गरियाबंद। गरियाबंद जिला वासियों को अब कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए राजधानी के अस्पताल का रुख नही करना पड़ेगा। बीते दिनों जिलामुख्यालय में ही लाइवलीहुड कॉलेज की जगह को कोविड 19 हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया गया है। हॉस्पिटल के निर्माण के समय तो 50 बिस्तर की ही व्यवस्था थी लेकिन निर्माण पूरा होने तक 75 बिस्तर हॉस्पिटल बन कर तैयार है।
कोरोना संक्रमण के चलते आज पूरी दुनिया का हाल बेहाल है। राज्य के हालात भी पहले से बुरे हो चुके है। जिसे देखते हुए इस हॉस्पिटल का निर्माण जिलावासियों के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। बीते कुछ ही दिनों में मिले 13 नये पॉजिटिव मरीजो का इलाज जिलामुख्यालय में ही चल रहा है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी एमआर नवरत्न ने कहा कि मुख्यालय में कोविड 19 का हॉस्पिटल खुलना से स्थानीय लोगों के अलावा स्वास्थ्य विभाग के स्टॉफ के लिए भी बहुत जरूरी था क्योंकि कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट अधिकतर देर शाम को ही मिल रही थी, ऐसे में देवभोग के किसी मरीज को लाने रात के समय 120 किलोमीटर का सफर करके फिर उसे 220 किलोमीटर दूर (राजधानी) छोड़ने जाना स्वास्थ्य विभाग के अमले के साथ ही मरीज के लिए भी काफी कष्ठ प्रद हो रहा था।
75 बिस्तर हॉस्पिटल बनकर तैयार, 13 संक्रमित मरीजो का चल रहा इलाज
अब मुख्यालय में 75 बिस्तर हॉस्पिटल तैयार कर दिया है। जिसमें बीते दिनों मिले 13 मरीजों का इलाज चल रहा है वर्तमान में डॉक्टरों को मिलाकर यँहा 45 लोगों का स्टाफ है। जिनकी शिफ्ट हर 4 घण्टे चेंज की जा रही है। और फिर शिफ्ट की टीम मरीजों को देखती है। बरहाल जिलामुख्यालय में कोविड 19 का हॉस्पिटल खुलने से आम नागरिकों के साथ ही स्वास्थ्य अमले ने भी राहत की सांस ली है।