आज हर साल गुरु पूर्णिमा गुरुओं को सम्मान प्रगट किया जाता है।आज के दिन पीएम मोदी ने भगवान बुध को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है और उनके दिखाएं बताए गए 8 मार्गो पर चर्चा करते हुए देश को संबोधित किया है।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आषाढ़ पूर्णिमा के मौके पर देश के नाम एक संबोधन दिया पीएम मोदी ने भगवान बुध के शिक्षाओं को याद करते हुए कहा कि आज की दुनिया कठिन चुनौतियों से लड़ रही है। इन चुनावों के लिए स्थाई समाधान भगवान बुद्ध के आदर्शों के साथ आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह अतीत में प्रासंगिक थे वर्तमान में प्रासंगिक हैं और भविष्य में भी प्रासंगिक ही रहेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि मैं आज आषाढ़ पूर्णिमा के अवसर पर सभी को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। इसे गुरु पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है , कि हमारी गुरुओं को याद करने का दिन है जिन्होंने हमें ज्ञान दियाभगवान में हम भगवान बुद्ध को श्रद्धांजलि देते है। पीएम मोदी ने कहा कि भगवान बुध द्वारा दिखाया गया 8 मार्च कई समाज और राष्ट्रीय कल्याण की दिशा में रास्ता दिखाता है।
धर्म चक्र दिवस का महत्व केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ आषाढ़ पूर्णिमा को धर्म चक्र दिवस के रूप में मना रहा है। धर्म चक्र दिवस, उत्तर प्रदेश के वाराणसी के निकट वर्तमान सारनाथ में हिरण पार्क, रुपपटाना में अपने पहले पांच तपस्वी शिष्यों को बुद्ध के पहले उपदेश की याद दिलाता है। इस दिन को दुनिया भर के बौद्धों द्वारा धर्म चक्र परिवर्तन या धर्म के चक्र की ओर मुड़ने के दिन के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में बौद्धों और हिंदुओं दोनों द्वारा अपने गुरुओं के प्रति श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है।