रायपुर। छग ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में ’मुनगा’ की विशिष्टता प्रचारित हो चुकी है। इसे उगाने के लिए देश के ही कई हिस्सों में संघर्ष जारी है। इसके विपरीत छग एक ऐसा प्रदेश है, जहां पर मुनगा बड़ी आसानी से अपनी छटाएं बिखेगरता है। ’मुनगा’ एक ऐसा औषधि गुणों से युक्त वृक्ष है, जिसके पत्ते, फूल और फल के एक नहीं बल्कि कई गुण है। बतौर साग जितना यह स्वादिष्ट है, उससे भी कहीं ज्यादा यह दवाई निर्माण के लिए उपयोगी है। यही वजह है कि अब विश्वभर में इसकी मांग बढ़ती जा रही है।
छग सरकार ने इस बात को बेहतर तरीके से समझ लिया है, जिसकी वजह से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार वन विभाग द्वारा 6 जुलाई को राज्य भर में ‘मुनगा’ पौधरोपण का विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत प्रदेश के समस्त शासकीय स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और छात्रावास-आश्रमों में मुनगा के पौधे का रोपण किया जाएगा।
वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि यह अभियान मुख्यमंत्री बघेल के कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने में अहम् भूमिका निभाएगा। राज्य शासन द्वारा संचालित इस महत्वपूर्ण अभियान को शासन-प्रशासन के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों तथा आम नागरिकों के सहयोग से सफल बनाना है। इस महत्वपूर्ण कार्य को अभियान का रूप देने के लिए राज्य भर में एक ही तिथि 6 जुलाई निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि मुनगा हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। राज्य के स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और छात्रावास-आश्रमों में इसके रोपण से मुनगा की सहजता से उपलब्धता होगी वहीं इन संस्थाओं के परिसरों में हरियाली सहित पर्यावरण के संरक्षण तथा संवर्धन को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने अभियान को सफल बनाने के लिए सभी वनमंडलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि पौष्टिकता से भरपूर मुनगा को आयुर्वेद में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। यह डायबिटीज से लेकर कैंसर जैसे भयंकर बीमारियों तक के लिए चमत्कारी होता है। यह भी बताया जाता है कि मुनगा मल्टीविटामिन से भरपूर होता है। इसकी पत्तियों में प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन बी-6, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन ई पाया जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इसमें आयरन, मैगनिशियम, पोटेशियम और जिंक जैसे मिनरल भी पाए जाते हैं।