मुंबई। वास्तविक रामायण में माता सीता ने अग्नि परीक्षा दी थी, जिसमें वास्तव में अग्निदेव प्रकट होते हैं और सीता माता उस अग्नि में स्वयं को तपाती है। माता सीता पावक में तब तक खड़ी रहती हैं, जब तक अग्निदेव स्वयं होकर नहीं लौट जाते।
इस हकीकत को रामानंद सागर निर्मित रामायण में चित्रित किया जाना था। यह कैसे किया गया, इसकी पूरी सच्चाई रामानंद सागर के लक्ष्मण यानी सुनील लहरी ने ट्विटर हैंडलर के जरिए सामने रखा है। उन्होंने बताया कि यह बेहद खतरनाक सीन था, जिसे चित्रित किया जाना भी अनिवार्य था। इसके बगैर रामायण पूरा नहीं हो सकता था। लिहाजा दोनों सीन को अलग-अलग शूट किया गया, फिर ग्राफिकल तरीके से उसे मर्ज किया गया, तब जाकर यह सीन पूरा हो पाया था।