राजनांदगांव. चिटफंड कंपनी सर्वोदय मल्टीट्रेड कंपनी बनाकर लोगों से 50 लाख रुपए से अधिक की ठगी मामले में पुलिस ने शनिवार की रात सात लोगों पर अपराध दर्ज किया। रविवार की सुबह इनमें से चार डायरेक्टरों को खैरागढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक खैरागढ़ मंडल भाजपा अध्यक्ष व नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष कमलेश कोठले भी है। देर शाम सभी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर भेजा गया। मामले में तीन आरोपी फरार हैं।
अमलीपारा में सर्वोदय मल्टीट्रेड कंपनी का कार्यालय 2011 में खोला गया। इसमें आम लोगों को अलग-अलग स्कीम के माध्यम से आकर्षक ब्याज और रकम दोगुना करने का झांसा दिया गया। इसमें संचालक मंडल के रुप में अर्जुनी निवासी तरुण साहू, खैरागढ़ के राजकुमार साहू, अर्जुनी निवासी चम्मन साहू, दुर्ग के सत्यपाल वर्मा, बालाघाट के रंजीत सोनकर और रांची के राजेंद्र स्वान्सी और खैरागढ़ भाजपा मंडल के अध्यक्ष कमलेश कोठले शामिल थे। शिकायकर्ता खिलावन चंद्राकर ने बताया कि कंपनी के संचालकों ने अलग-अलग एजेंट बना उनके माध्यम से 50 लाख रुपए से अधिक जमा कराए।
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जिला पंचायत उपाध्यक्ष भी पहुंचे थाने
कोठले की गिरफ्तारी के बाद भाजपा में हड़कंप मच गया। जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह के नेतृत्व में नगर पालिका उपाध्यक्ष रामाधार रजक, पूर्व मंडल अध्यक्ष, वीरेंद्र जैन, विकेश गुप्ता सहित भाजयुमो के कार्यकर्ता थाने का घेराव करने पहुंचे। अचानक हुई गिरफ्तारी पर सवाल उठाया, लेकिन थाना प्रभारी सोनवानी ने अपनी कार्रवाई को उचित ठहराते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया। एसडीओपी जीसी पति ने बताया कि फिलहाल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। डायरेक्टरों की पृष्ठभूमि को लेकर जानकारी जुटाई जा रही है।
अब कई निवेशक आ रहे सामने, दस्तावेज जब्त
पुलिस के मुताबिक अब तक हुई शिकायत में आरोपियों पर 50 लाख रुपए से अधिक की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इनके जब्त दस्तावेज और लगातार सामने आ रहे पीड़ितों सहित एजेंटों की मुताबिक धोखाधड़ी की रकम एक करोड़ रुपए से अधिक की हो सकती है। प्रकरण दर्ज होने के बाद आगे और भी पीड़ित सामने आ सकते हैं।
अब तक चार गिरफ्तार तीन की तलाश जारी
खैरागढ़ पुलिस ने शिकायत के बाद सभी सात आरोपियों के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर चार की गिरफ्तारी कर ली है। इसमें कमलेश कोठले, तरुण साहू, राजकुमार साहू और चम्मन साहू शामिल हैं। वहीं फरार तीन आरोपियों तलाश जारी है। सरकार के आदेश के बाद पुलिस चिटफंड कंपनियों से जुड़े सभी प्रकरणों को तेजी से सुलझाने में जुट गई है।