कानपुर। विकास दुबे एनकाउंटर मामले में लगातार नई बातें खुलकर सामने आ रहीं हैं। यूपी पुलिस के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने विकास के सरेंडर होने की खबर के बाद अपने ट्वीटर पर उन्होंने जो बात लिखी थी, हुबहु वही चीज आज सुबह हुई है।
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आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर का जो पोस्ट इस वक्त सूर्खियों में है, उससे यह बात समझ आती है कि सरेंडर के बाद पूरी योजना के साथ एसटीएफ की टीम विकास को लेने पहुंची थी, उसके बाद जो कुछ हुआ सबके सामने है।
इस पूरे मामले में, जबकि आठ पुलिस वालों की विकास ने निर्ममता से हत्या की थी, उसका पकड़ा जाना ज्यादा जरूरी था, ताकि उससे पूछताछ की जा सके और उन बातों को उगलवाया जाए, जिससे यूपी में पुलिस की वर्दी दागदार हो रही है। संदेह के दायरे में आए 200 से ज्यादा खाकीधारी लोगों के नामों का खुलासा होना जरूरी था, लेकिन विकास दुबे के साथ उसके राजदार तीन अन्य लोगों को भी एनकाउंटर में मार गिराया गया है।
आईपीएस अधिकारी अमिताभ दुबे ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि ’’विकास दुबे सरेंडर हो गया है, हो सकता है कल वह यूपी पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश करे, मारा जाए। इस तरह से विकास दुबे चैप्टर क्लोज हो जाएगा। किंतु मेरी निगाह में असल जरूरत है, इस कांड से सामने आई यूपी पुलिस के अंदर की गंदगी को ईमानदारी से देखते हुए, उस पर निष्पक्ष कठोर कार्यवाही करना।