नई दिल्ली: 8 पुलिस की हत्या करने वाला गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया। पुलिस की रेड पड़ने के पहले ही विकास दुबे अपने घर से भाग गया था और पुलिस ने उस पर पांच लाख रूपये का इनाम भी रखा था। विकास दुबे की मौत के बाद लोगों के दिमाग यह कौंध रहा है कि आखिर पुलिस कैसे किसी अपराधी को इनामी घोषित करती है? इनाम की रकम तय कौन करता है? इनाम की राशि किस तरह अदा की जाती है? तो आइए हम आपको इन सभी सवालों का जवाब देते हैं-
राज्य ही तय करते हैं रकम
आपको सबसे पहले यह बता दें कि कानून में इनाम रखने का कोई प्रावधान नहीं है। पर जब कोई अपराधी पुलिस की पकड़ में नहीं आता है तब प्राशसनिक प्रक्रिया को ध्यान में रखते ही पुलिस अधिकारी इनाम की रकम की घोषणा करते हैं। एक तय सीमातक डीजीपी, डीआईजी, एसपी और थानाध्यक्ष रकम की घोषण करते हैं, जिसके लिए उनके पास एक वित्तीय एलाॅटमेंट होता है। इस रकम को राज्य सरकार देती है और राज्य सरकार ही किसी भी अपराधी के लिए रकम तय करती है।
- इनाम रखने के पीछे यह मकसद है कि यदि इनाम के लालच में अपराधी का कोई साथी या जानकार मुखबिरी कर दे और उसकी सूचना पुलिस को दे दे।
- दि मुखबिर की सूचना पर अपराधी पकड़ा जाता है तो उसे रकम बेहद गुपचुप तरीके से दी जाती है, ताकि उसकी पहचान उजागर न हो। जानकारी देने वाले की किसी भी बात को सार्वजनिक नहीं किया जाता।
- अब तक भारत में सबसे अधिक इनामी राशि अपराधी मुफाला लक्ष्मण राव उर्फ गणपति पर रखी गयी है, इसका पता बताने वाले को पुलिस लगभग ढाई करोड़ रूपये देगी। वहीं अंडरवल्र्ड डाॅन दाउद इब्राहिम दूसरे नंबर पर है, जिस पर पुलिस ने 25 लाख रूपये का इनाम रखा था।