नई दिल्ली . भारत की सबसे तेज महिला धावक दुति चंद अपनी कार बेचना चाहती है . कोरोना काल में इन दिनों सबकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है, ऐसे हालत में दुति चंद अपना खर्च कम करने के लिए बीएमडब्ल्यू -3 बेचना चाहती है. कार की फोटो उन्हों अपने फेस बुक अकाउंट से पोस्ट किया था जिसे उन्होंने बाद में हटा दिया. इसे लेकर सोशल मिडिय में राजनीति होनी शुरू हो गई थी.
उन्होंने बताया कि कोरोन की वजह से दुति पर कोई भी प्रायोजक खर्च करने के लिए तैयार नहीं है . मुझे पैसे की जरूरत है. मैंने अपने प्रशिक्षण और डाइट के खर्चों को पूरा करने के लिए इसे बेचने का फैसला किया है. मैं टोक्यो ओलंपिक के लिए तैयारी कर रही हूं, जो अब अगले साल होगा.’ उनके पास टोक्यो के लिए क्वालिफाई करने का अब अधिक समय है. दुती ने कहा, ‘यहां तक कि सरकारी (राज्य) लोग कह रहे हैं कि वे वित्तीय संकट से गुजर रहे हैं.’
उन्होंने आगे बताया की एशियाई खेलों में अच्छा प्रदर्शन के लिए ओड़िसा के सीएम नविन पटनायक ने उन्हें 3 करोड़ रूपए दिए थे. जिससे उन्हें अपन लिए घर और कार खैरिदे थे. अब टोकियो में होने वाले ओलम्पिक लेकर उनेह तैयारी करनी है . सरकार ने टोक्यो ओलंपिक के लिए दुती के प्रशिक्षण के लिए 50 लाख रुपये भी दिए थे. उन्होंने कहा कि वह अपने प्रशिक्षण पर प्रति माह लगभग 5 लाख रुपये खर्च करती हैं, जिसमें कोच, फिजियोथेरेपिस्ट, आहार विशेषज्ञ और अन्य की सैलरी शामिल हैं.
दुती चंद ने कहा, ‘मैंने अपने सारे पैसे खत्म कर दिए. टोक्यो ओलंपिक के लिए कोविड-19 महामारी के कारण प्रायोजक हासिल करना अब मुश्किल है.’ दुती ने कहा, ‘मुझे जर्मनी में अपने फिटनेस खर्च और प्रशिक्षण के लिए पैसे की जरूरत है. मैंने अपनी लग्जरी कार बेचने का फैसला किया है.’