Grand NewsGrand News
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Search
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Reading: तफ्तीश : बस.. एक कफन और हो गए सौ राज दफन ।
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Grand NewsGrand News
Search
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Grand Newsक्राइमदेश

तफ्तीश : बस.. एक कफन और हो गए सौ राज दफन ।

Vijay Sinha
Last updated: 2020/07/11 at 1:16 PM
Vijay Sinha
Share
6 Min Read
विकास दुबे के साथ चले गए राज
विकास दुबे के साथ चले गए राज
SHARE

विकास दुबे का खात्मा एसटीएफ ने कर दिया है। एनकाउंटर सवालों के घेरे में हैं। वहीं परिजनों का गुस्सा पुलिस, प्रशासन और मीडिया के खिलाफ सातवें आसमान पर । इस बीच एनकाउंटर पर राजनीति भी तेज है। समाजवादी पार्टी कहती है कि गाड़ी जान बूझकर पलटाई गई नहीं तो सरकार पलट जाती । लेकिन विकास के अब तक के सफर को देखेंगे तो आप भी समझ जाएंगे कि दुबे का दबदबा इतना ज्यादा क्यों था?

- Advertisement -

अपराधी से क्यों कांपते थे लोग ?

- Advertisement -
Ad image
- Advertisement -

विकास दुबे जिसने गांव की प्रधानी से राजनीतिक जीवन की शुरुआत की उसने ठान रखा था कि राजनीति के पेड़ के नीचे ही वो अपराध की पौध बोएगा। करीब उसने अपने जीवन के 15 साल बसपा को दिए। मायावती से विकास दुबे सीधे मिलता था बिना किसी अपॉइंटमेंट के। यही नहीं उसने अपनी पत्नी को सपा की टिकट पर गांव का प्रधान बनाया था। उसके आसपास के करीब 12 गांव विकास दुबे के नाम से कांपते थे। इलाके में रुतबा ऐसा था कि जिले के दो विधायक और सांसद विकास के आगे नतमस्तक हो जाते थे। क्योंकि ये वो क्रिमिनल था जिसने पुलिस वालों के सामने राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त नेता को मौत के घाट उतारा था और आसानी से बचकर निकल गया था। यही वो अपराध की पहली सीढ़ी थी जिस पर पैर रखकर उसने गुनाहों के दलदल में उतरने की ठानी। दबंग दुबे ने इलाके में ऐसा कोई भी काम नहीं छोड़ा था जिसका जिक्र पुलिस की डायरी में न हो । लेकिन मजाल है किसकी कोई उसे छू पाता ।

- Advertisement -

विकास पर सबसे पहले नजर पड़ी पूर्व विधायक नेकचंद्र पांडे की. विकास मारपीट करता, छोटे-मोटे अपराध करता, रंगदारी वसूलने के लिए लोगों को धमकाता और पुलिस पकड़ कर थाने ले जाती, फिर छोड़ देती. धीरे-धीरे इसने 4-5 लोगों की अपनी गैंग बनाई. नाम रखा बुलेट गैंग. क्योंकि इसके सारे साथी बुलेट से ही चलते.

- Advertisement -

इसकी उम्र 17-18 साल के ही लगभग रही होगी. अपने 4-5 दोस्तों के साथ मिलकर इसने सबसे पहले एक बारात लूटी थी. इसने अंधेरे में झाड़ियों में कई जगह जलती हुई सिगरेट खोंस दी थी. जिससे कि बस में बैठे बारातियों को लगे कि इसके और भी साथी हैं जो झाड़ियों में छिपे हैं. इस तरह पूरी बारात लूट ली इसने.

1990 में ही बिकरू गांव के झुन्नाबाबा का कत्ल हो गया. कहते हैं कि ये कत्ल विकास दुबे ने ही कराया था. झुन्नाबाबा की 18 बीघे की जमीन पर कब्जे के लिए. मामले में रिपोर्ट भी दर्ज हुई. लेकिन बाद में वापस ले ली गई. यहीं से विकास चौबेपुर विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले हरिकिशन श्रीवास्तव का हाथ थाम लेता है. हरिकिशन के संरक्षण में उसने वसूली और जमीन पर कब्जे का काम और तेज कर दिया.

वो जो एरिया है कानपुर देहात का वहां ब्राह्मण भी हैं और बैकवर्ड भी हैं. ब्राह्मण चेहरे के तौर पर कई दलों के नेता इसे संरक्षण देते रहे. अलग-अलग दलों के अलग-अलग नेताओं ने इसे काफी समय तक यूज किया. वो जो दौर था उसमें क्या था कि लोग क्राइम में आते और काफी प्राउड भी फील करते थे. इनमें रंगबाजी होती थी कि पहचानो हमको हम माफिया हैं. उस समय में पूर्वांचल से लेकर पूरे यूपी में कई ऐसे लड़के निकले थे. जो आगे विधायक-सांसद बन गए. विकास दुबे ने राजनीति में एक्सपेरिमेन्ट तो किया लेकिन खुद पॉलिटिशियन नहीं बन पाया. अपना लोकल लेवल पर रंगबाजी करते हुए जमीनों पर कब्जा और वसूली का काम करता रहा.

ये भी पढ़ें- विकास दुबे के पत्नी ने किसे दे दी खुलेआम धमकी ?

मौत के बाद क्या दफन हो गए राज ?
विकास दुबे का यूं सरेंडर करना इस बात की ओर इशारा करता है कि वो जीना चाहता था। उसे ये अंदाजा था कि यदि उसे जेल हुई तो वो आसानी से बचकर निकल सकता है और फिर से डर का साम्राज्य खड़ा कर सकता है। इसलिए वो प्लान के तहत अपने मददगारों के बूते यूपी से उज्जैन आ पहुंचा । लेकिन उसे ये जरा भी अंदाजा नहीं था कि आने वाले 24 घंटे में वो नाटकीय तरीके से दुनिया को अलविदा कहेगा। लेकिन विकास के मौत से कई राज भी दफन हो गए हैं। जैसे कि वो कौन से सफेदपोश हैं जिन्होंने विकास को इतने दिनों तक बचाकर रखा

सवाल जिनके जवाब जानने जरुरी थे ।


1- विकास किन नेताओं के बूते अब तक बचा रहा ?
2-यूपी से उज्जैन तक के सफर में उसने किनसे बात की ?
3-क्या विकास बड़े नामों का खुलासा करता, जिन्होंने उसकी मदद की ?
4-सरेंडर का आइडिया विकास को किसने दिया ?
5-किसके कहने पर विकास एमपी में सरेंडर को राजी हुआ ?
6-य़ूपी से एमपी तक का सफर विकास को किसने करवाया ?

ये कुछ सवाल थे जो विकास के साथ दफ्न हो गए या यूं कहें जिन पर सिस्टम का कफन चढ़ गया ।

TAGGED: case, DEATH, murder, mystery, vikas, weapon
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link Print
Previous Article केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक के.वी. राघवन का बड़ा बयान, कोरोना वैक्सीन को लेकर कही ये बात…
Next Article BIG NEWS : छग के क्वारंटाइन सेंटर में फिर मौत… फांसी पर झूला युवक… हड़कंप
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

CG NEWS :15 महीने से भुगतान लंबित, CGMSCL ठेकेदारों और श्रमिकों की पीड़ा चरम पर, रायपुर में ‘छत्तीसगढ़ श्रमिक एवं ठेकेदार कल्याण मंच’ का गठन
CG NEWS :15 महीने से भुगतान लंबित, CGMSCL ठेकेदारों और श्रमिकों की पीड़ा चरम पर, रायपुर में ‘छत्तीसगढ़ श्रमिक एवं ठेकेदार कल्याण मंच’ का गठन
रायपुर May 13, 2025
CG NEWS : पति के अवैध संबंध से तंग आकर पत्नी ने दे दी जान, मानसिक प्रताड़ना देने वाला सलाखों के पीछे
छत्तीसगढ़ रायपुर May 13, 2025
CG NEWS : ओड़िया फार्मासिस्ट की हत्या का सनसनीखेज मामला, फिरौती में नाकामी पर गला दबाकर उतारा मौत के घाट
CG NEWS : ओड़िया फार्मासिस्ट की हत्या का सनसनीखेज मामला, फिरौती में नाकामी पर गला दबाकर उतारा मौत के घाट
Grand News May 13, 2025
साय कैबिनेट
CG Cabinet Meeting : साय कैबिनेट की बैठक कल, लिए जा सकते है कई महत्वपूर्ण निर्णय
Breaking News छत्तीसगढ़ May 13, 2025
Follow US
© 2024 Grand News. All Rights Reserved. Owner - Rinku Kahar. Ph : 62672-64677.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?