नई दिल्ली. राजस्थान में कांग्रेस सरकार पर खतरा मंडरा रहा है. उपमुख्यमंत्रीसचिन पायलट के बगावती सुर ने पार्टी की नींद हराम कर दी है. सचिन ने दावा किया है की उनके पास समर्थ में 30 विधायक है. सरकार बचाए रखने के लिए पार्टी ने आज सीएम गहलोत के आवास में बैठक बुलाई है . राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे के अनुसार इस बैठक बगैर किसी सूचना के न शामिल होने वाले विधायकों पर अनुशासनात्म कार्रवाई की जाएगी। पांडे ने कहा कि उन्होंने पायलट से बात करने की कोशिश की और मैसेज भी भेजा है, लेकिन उन्होंने (पायलट) अभी तक जवाब नहीं दिया है. उनकी बात सुनने के लिए तैयार है, लेकिन किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उम्मीद है कि वे मीटिंग में शामिल होंगे.
विधायक दल की बैठक में पांडे के अलावा रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन भी शामिल होंगे। इसी बीच खबर समाने आई है कि कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल आज जयपुर पहुंचेंगे. आज की बैठक के लिए व्हिप जारी करने का निर्णय रविवार को मुख्यमंत्री गहलोत के निवास पर हुई एक बैठक के बाद लिया गया, जिसमें मंत्रियों सहित लगभग 75 विधायक शामिल हुए थे. बैठक के बाद, पांडे ने पार्टी के सहयोगी रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन के साथ आज तड़के एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। सुरजेवाला और माकन रविवार देर रात जयपुर पहुंचे थे. राज्य में पार्टी की सरकार को बचाने के लिए दो नेताओं को कांग्रेस ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में भेजा है.
कांग्रेस ने 109 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार पायलट ने रविवार को दावा किया कि गहलोत सरकार अल्पमत में है. 30 से अधिक कांग्रेस विधायकों ने उन्हें ‘समर्थन’ दिया है। 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा में फिलहाल कांग्रेस के पास 107 और भाजपा के 72 विधायक हैं. गहलोत सरकार को 10 निर्दलीय विधायकों और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) और भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो-दो विधायकों का समर्थन प्राप्त है.