नई दिल्ली। मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की 43वीं एनुअल मीटिंग (AGM) शुरू हो चुकी। इस मीटिंग को संबोधित करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने बताया कि गूगल 33 हजार 737 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। मुकेश अंबानी ने बताया कि हम स्वदेशी स्तर पर विकसित 5जी सॉल्युशन ट्रायल के लिए तैयार हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान को समर्पित होगा।
— इस दौरान मुकेश अंबानी ने कहा कि कोरोना संकट आधुनिक इतिहास का सबसे बड़ा संकट है। लेकिन भारत और दुनिया आगे इसके बाद तेज बढ़त हासिल करेगी, यह मुझे विश्वास है। कोई भी संकट एक नया अवसर भी पैदा करता है।
-मुकेश अंबानी ने कहा कि हम भारत के सबसे बड़े निर्यातक और निजी क्षेत्र के सबसे बड़े टैक्सपेयर्स हैं। जीएसटी और वैट और निजी क्षेत्र में इनकम टैक्स के भी हम सबसे बड़े योगदान करने वाले हैं।
– मुकेश अंबानी ने कहा कि हम इस बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य ऑडियो—विजुअल माध्यमों से यह एजीएम कर रहे हैं जो कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के सर्कुलर के मुताबिक है।
कोरोना काल में नई ऊंचाई पर रिलायंस इंडस्ट्रीज : कोरोना संकट काल में रिलायंस इंडस्ट्रीज को एक के बाद एक, कई बड़ी सफलताएं मिली हैं। रिलायंस के जियो प्लेटफॉर्म को वैश्विक स्तर पर 1 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश मिल चुका है। अहम बात ये है कि इन निवेशकों में फेसबुक जैसी कंपनियां शामिल हैं। इस निवेश की वजह से रिलायंस इंडस्ट्रीज कर्जमुक्त भी हो गई है। आपको यहां बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कर्ज मुक्त होने के लिए मार्च 2021 तक की डेडलाइन रखी थी। कहने का मतलब ये है कि कंपनी समय से करीब 9 माह पहले ही कर्जमुक्त हो गई है।