दंतेवाड़ा। बस्तर से एक चौंकाने वाली खबर आई है, तो कांग्रेस की सेहत के लिए ठीक नहीं है। बस्तर टाइगर के नाम से मशहूर स्व. महेन्द्र कर्मा और विधायक देवती कर्मा के सुपुत्र छबीन्द्र कर्मा नाराज हो गए हैं। वे अपनी सरकार और अपनी ही पार्टी के नेताओं से नाराज इसलिए हैं, क्योंकि उन्हें राज्य औषधि पादप बोर्ड का उपाध्यक्ष नहीं बनाया गया, ऐसा सूत्रों का कहना है। इस संबंध में फिलहाल, कर्मा की तरफ से कुछ भी नहीं बताया गया है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि इसी नाराजगी के कारण इस समय उनकी बातचीत कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया जैसे बड़े नेताओं के साथ जारी है।
सूत्रों का दावा है कि कर्मा पार्टी से अपनी बात मनवाने पर अड़े हैं, तो पार्टी के नेता कर्मा को मनाने की कवायद कर रहे हैं। याद होगा, विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कर्मा फैमिली के मान-मनौव्वल को के लिए तब के पीसीसी चीफ भूपेश बघेल को पहुंचना पड़ा था, जो अब सीएम हैं। यानी, नाराजगी बेहद आसानी से दूर हो जाएगी, ऐसा कहना मुश्किल है। हाल ही में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह का छत्तीसगढ़ दौरा सुर्खियों में है। भाजपा के बड़े नेताओं का दावा है, कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के भीतर अंसतोष की परिस्थिति मध्यप्रदेश और राजस्थान से अलग नहीं हैं। ऐसे में छबीन्द्र कर्मा की नाराजगी की यह खबर अपुष्ट ही सही, पर छत्तीसगढ़ की सियासत के लिए बेहद खास है।