नई दिल्ली। माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर सबसे बड़ा साइबर अटैक हुआ है। इस दौरान कई टेक दिग्गज सहित बड़े बिजनेसमैन और पॉलिटिशियन्स के अकाउंट्स हैक कर लिए गए।
इनमें बराक ओबामा, एलन मस्क, बिल गेट्स और ऐपल जैसे अकाउंट्स शामिल हैं। हैकिंग किस तरह की गई इसे किसने अंजाम दिया, आने वाले कुछ समय में ये क्लियर होगा, लेकिन ट्विटर ने एक स्टेटमेंट जारी किया है। जिसमें शुरुआती जांच के आधार पर अपेडट शेयर किए गए हैं।
अब सवाल ये है कि सिक्योरिटी को लेकर बड़े दावे करने वाला ट्विटर आखिर हैक कैसे हो गया? हैकिंग कई तरीके से होती है और वजहें भी अलग होती हैं. इस हैकिंग में हैकर ने बिटकॉइन की डिमांड की है, यानी ये सिक्योरिटी टेस्टिंग के लिए की गई हैकिंग नहीं है, बल्कि गलत मकसद से की गई हैकिंग है.
ये है ट्विटर का स्टेटमेंट
ट्विटर ने कहा है कि इसकी जांच चल रही है, लेकिन अब तक जो पता चला है उस आधार पर कंपनी ने एक स्टेटमेंट जारी किया है। कंपनी ने कहा, ‘हमने सोशल इंजीनियरिंग अटैक डिटेक्ट किया है। ये उन लोगों ने किया है जिन्होंने हमारे कुछ कर्मचारियों के अकाउंट्स को इंटर्नल सिस्टम्स और टूल्स के सहारे सफलतापूर्वक टारगेट किया है। ‘
ट्विटर ने कहा है कि अटैकर्स ने इंटर्नल ऐक्सेस को कई पॉपुलर अकाउंट्स, जिनमें वेरिफाइड भी शामिल हैं, इससे अपने कंट्रोल में लिया और उनके बदले ट्वीट किया।
कंपनी के मुताबिक अभी इस मामले की जांच की जा रही है। और ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि अटैकर्स ने और किस तरह से इन अकाउंट्स का गलत यूज किया है। और किस तरह की जानकारियों को ऐक्सेस किया है।
ट्विटर ने कहा है कि जैसे ही इस मामले के बारे में कंपनी को जानकारी मिली, सभी प्रभावित अकाउंट्स को तत्काल लॉक कर दिया गया अटैकर्स द्वारा किए गए ट्वीट्स को डिलीट कर दिया गया।
इतना ही नहीं, कंपनी ने कहा है कि काफी मात्रा में ट्विटर अकाउंट्स के कुछ फंक्शन्स को लिमिट कर दिया गया। जैसे वेरिफाइड अकाउंट्स को, जिनमें हैकिंग नहीं हुई थी उन्हें भी सेफ्टी रीजन्स की वजह से लिमिट कर दिया गया है। जांच चल रही है और इन अकाउंट्स की फंक्शनैलिटी को लिमिट कर दिया गया।