रायपुर। छग में तेजी से बढ़ते संक्रमण के खिलाफ देश के साथ ही पूरे विश्व में ऐसी वैक्सीन की तलाश हो रही है, जिससे कोरोना संक्रमण के खतरे को रोका जा सके। अच्छी बात यह है कि इसका मानव परीक्षण शुरू हो चुका है, और पहला परीक्षण सफल रहा, लिहाजा पुष्टि के लिए दूसरी जांच प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। अब सवाल यह है कि वास्तव में कितने ऐसे लोग संक्रमित हो चुके हैं, लिहाजा जांच की गति में तेजी लाने की आवश्यकता है।
इस वजह से अब छत्तीसगढ़ में रैपिड एंटीजन तकनीक से जांच शुरू की गई है, जिससे अस्पतालों में संदिग्धों की तुरन्त जांच हो रही है। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा कम हो गया है। अब तक मानव शरीर में वायरस के खिलाफ डेवलप एंटीबॉडी की जांच की जा रही थी, लेकिन इस टेस्ट किट की सहायता से शरीर में मौजूद एंटीजन से कोरोना वायरस का पता लगा रहे हैं। अब 8 घंटे की जगह केवल 30 मिनट में ही रिपोर्ट मिल रही है। छत्तीसगढ में 4 दिन के भीतर ही 2541 लोगों की जांच हो चुकी है।
इसी तरह गति बरकरार रही, तो निश्चित तौर पर ज्यादा से ज्यादा संदिग्धों की जांच कर वास्तविक संक्रमितों तक पहुंच बन जाएगी और कोरोना के विस्तार को रोकने में सफलता मिल जाएगी।