रायपुर। छग की भूपेश सरकार गोवंश के संरक्षण को ध्यान में रखने के साथ ही उनके पालकों को न्याय मिल सके, इसलिए प्रदेश में गोधन न्याय योजना को लागू करने जा रही है, लेकिन जहां की सरकार इस बड़ी योजना को क्रियान्वित करना चाहती है, वहीं इन गोवंशों का कैसे तिरस्कार होता है, इसकी बानगी कुछ ऐसे देखने में नजर आती है।
यह तस्वीर जिला सहकारी बैंक जामगांव के सामने की है, जहां एक गाय सुबह से मरी पड़ी है, लेकिन ना तो किसी ने इसकी सूचना ग्राम सरपंच को दी और ना ही किसी ने मृत गाय को सही जगह पहुंचवाने की जहमत उठाई, जबकि बैंक में रोजमर्रा में दर्जनों लोग आते-जाते हैं।
माना जाता है कि ग्रामीण इलाकों में गोवशों का विशेष ख्याल रखा जाता है, लेकिन अब गांव के लोग भी शहरी लोगों की तर्ज पर मुंह मोड़कर निकलना सीख गए हैं, लेकिन ध्यान रखने वाली बात है कि गाय की लाश यूं ही पड़ी रही, तो यह स्थानीय लोगों के लिए ही मुसीबत का कारण बन सकती है।