भिलाई. आत्महत्या बहुत ही सहज हो चुका है. कड़ी मेहनत और सब कुछ पास होने के बाद भी कई लोगों को लगता है कि उनकी खुशिया ख़त्म हो चुकी है. कम समय में ज्यादा की उमीद करना और हासिल नहीं होने पर निराश हो जाते है. इन्सान अपनी समस्या को अपने से बड़ा बना लेता है. मनोबल खो कर आत्मघाती कदम उठा लेता है. ऐसा ही मामला भिलाई के 17 वर्षीय नाबालिग आशीष पैकरा ने की है. जीवन से नाखुश हो कर उसने फासी को गले लगाना अपना आखरी रास्ता चुन लिया. माँ-बाप की खुशिया को पीछे छोड़ उसने ऐसा कदम उठा लिया जो उनके माता पिता के लिए जीवन भर का क्लेष बन गया. आशीष के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है.जिसमें उसने इस कदम के लिए खुद को जिम्मेदार ठराया है.
भिलाई निवासी आशीष पैकर IPS और परिवन आयुक्त टीएस पैकरा का भतीजा था. भिलाई नगर पुलिस के मुताबिक आशीष अपने बड़े पिताजी टीएस के घर रहकर अध्ययनरत् था.पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया है. सुसाइड नोट में आशीष ने अपनी मौत के लिए खुद को न सिर्फ जिम्मेदार बताया, बल्कि यह भी लिखा है कि उसे लेकर कोई भी अफसोस न करें. उन्होंने लिखा- मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता. मेरा करियर बर्बाद हो चुका है. मैं घरवालों का समय और पैसा बर्बाद कर रहा हूँ. कोई भी बड़े पापा और मम्मी को बीच में न लाए. कोई अफसोस मत करना. मेरे बुरे कार्यों का याद करना और कहना कि अच्छा हुआ मर गया. सिर्फ सोते समय अच्छा लगता है. अब हमेशा के लिए सो जाऊंगा, गुड नाइट…मामले में पुलिस मर्ग कायम मामले की जांच शुरू कर दी है.