अंबिकापुर। मेडिकल कॉलेज के सफाई कार्य में लगी 18 महिला कर्मचारी वेतन को लेकर तर बतर हो रही है। पांच महीने बाद भी वेतन नहीं मिलने से नाराज कर्मचारियों ने इसकी शिकायत प्रबंधन से की है। इस विषय में प्रबंधन ने जानकरी दी की उन्हें नौकरी पर रखा ही नहीं गया है। महीनों काम कराने वाले अस्पताल प्रबंधन को इस बात की सुध ही नहीं की उनके परिसर में कितने सफाई कर्मचारी काम पे आ रहे है। इस मामले में रिटायर्ड कर्मचारी अमरनाथ कश्यप की मुख्य भूमिका रही है। अमरनाथ ने सभी कर्मचारियों को बताया था कि रोजी के हिसाब से उन्हे दिन का 3 सौ रूपये मिलेगा, वेतन नहीं मिलने पर महिलाए अब नेताओं और सरकारी दफ्तर के चक्कर काट रहे है।
महिलाओं का दर्द थमने का नाम नहीं ले रहा है। मीडिया से बात करते हुए कर्मचारियों का दर्द फुट पड़ा की शायद ये कुछ हमरे लिए कर सकते है। महिलाओं ने बताया की किस तरह से उन्हें हर माह पैसे के लिए घुमाया गया। कोरोना काल में आम आदमी का जीवन अस्त व्यस्त हो गया। रोजगार के सभी दरवाजे बंद है। इन परिस्थितियों में भी सफाई कर्मचारियों ने अपनी सेवा दी है। अमरनाथ की इस करतूत से 18 महिला कर्मचारी लाचार है।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले में कहा कि इस पुरे मामले में कश्यप जिम्मेदार है। बिना किसी आदेश के महिलाओं को नौकरी में रखा गया है। इस बात की जानकरी किसी को नहीं थी। कश्यप को लेकर पहले भी छेड़ छाड़ के मामले सामने आए है। इन सभी महिलाओं का भुगतान कश्यप ही करेंगे।