कोरोना वायरस का पता लगाने के लिए मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस की ओर से बनाई गई रैपिड एंटीजन टेस्ट किट को मंजूरी मिल गई है। यह मंजूरी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने प्रदान की है। यह पहली भारतीय स्वदेशी किट है, जिसे मान्यता मिली है।
एक रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में तैयार पहली रैपिड एंटीजन किट का नाम पैथोकैच कोविड-19 रखा गया है। इसे तुरंत ऑर्डर किया जा सकेगा और इसकी कीमत मात्र 450 रुपये है। इस संबंध में मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस’ के प्रबंध संचालक हसमुख रावल ने बताया कि मायलैब की टीम कोरोना महामारी से लड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आरटी-पीसीआर टेस्ट किट को सस्ती दरों पर उपलब्ध कराकर हमने विदेशी किटों पर से निर्भरता कम कर दी है। इसके अलावा हमने कोविड-19 टेस्टिंग को बढ़ाने के लिए कॉम्पैक्ट एक्सएल को लॉन्च किया है।
उन्होंने कहा कि एंटीजन टेस्टिंग किट को मंजूरी मिलने के बाद कोविड-19 के पूरे स्पेक्ट्रम को कवर कर सकेंगे। मायलैब का ‘रियल टाइम रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज चेन रिएक्शन’ (आरआरटी-पीसीआर) टेस्ट किट भी पहली स्वदेशी जांच किट थी, जिसे भारत में उपयोग के लिए आईसीएमआर की मंजूरी मिली थी।
एंटीजन-आधारित टेस्टिंग का उपयोग आरआरटी-पीसीआर के साथ देश के समग्र टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाने और रोगियों का इलाज करने के लिए किया जा रहा है। रैपिड एंटीजन टेस्ट आरआरटी-पीसीआर की तुलना में कम समय लेता है, क्योंकि आरआरटी-पीसीआर टेस्टिंग के लिए पांच घंटे का समय लगता है, जबकि इसमें सिर्फ 30 मिनट लगते हैं। वहीं, एंटीजन टेस्ट के लिए प्रयोगशाला की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि आरआरटी-पीसीआर टेस्टिंग के लिए प्रयोगशाला की जरूरत होती है।