Grand NewsGrand News
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Search
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Reading: INITIATIVE : नहीं है इंटरनेट… तो भी बच्चे कर पाएंगे पढ़ाई… 15 अगस्त को लांच होगा ऐसा ऐप
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Grand NewsGrand News
Search
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Grand News

INITIATIVE : नहीं है इंटरनेट… तो भी बच्चे कर पाएंगे पढ़ाई… 15 अगस्त को लांच होगा ऐसा ऐप

Desk
Last updated: 2020/07/24 at 6:33 AM
Desk
Share
5 Min Read
SHARE

रायपुर। प्रदेश में स्कूल शिक्षा के स्तर को बढ़ाने की दिशा में प्रयास शुरू हो चुका है। खासतौर पर कोरोना काल की वजह से बच्चों की प्रभावित हो रही पढ़ाई को पटरी पर लाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग एक मोबाइल ऐप तैयार कर रहा है। इसकी खासियत यह होगी कि इस ऐप को बगैर इंटरनेट के डाउनलोड किया जा सकता है और इसमें आॅफ लाइन ही पढ़ाई की जा सकती है। इस एण्ड्रॉयड एप को 15 अगस्त तक लांच किया जाना प्रस्तावित है।

- Advertisement -

स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने यह जानकारी यूनीसेफ द्वारा आयोजित ‘डिजिटल टाऊनहॉल फॉर चिल्ड्रन‘ विषय पर आयोजित वेबीनार में दी। वेबीनार में पूर्व आईएएस एवं लैंग्वेज एण्ड लर्निंग फाउन्डेशन के संस्थापक एवं कार्यकारी निदेशक डॉ. धीर झींगरण और यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के प्रमुख क्षेत्राधिकारी जॉब जकारिया भी शामिल हुए।

- Advertisement -
Ad image
- Advertisement -

प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. आलोक शुक्ला ने कहा कि ‘पढ़ई तुहंर दुआर‘ ऑनलाईन शिक्षा ही नहीं बल्कि बच्चों के द्वार तक शिक्षा पहुंचाने का एक माध्यम है। शिक्षा को बच्चों के द्वार तक पहुंचाने के लिए कई प्रकार के माध्यम हो सकते है। इस पर कार्य भी चल रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए यह जरूरी नहीं है कि राज्य स्तर से ही योजना तैयार हो, बल्कि शिक्षकों ने भी अच्छी-अच्छी योजना बनायी है, उसे राज्य में लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की शुरूआत हुई तब सबके मन में एक ही तरीका सामने आया कि सीखने की प्रक्रिया को बरकरार रखने के लिए ऑनलाईन क्लास ही सबसे सशक्त माध्यम होगा। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा इसी वजह से सीजीस्कूलडॉटइन नामक पोर्टल बनाया गया, जिसके माध्यम से बच्चों की पढ़ाई प्रारंभ की जा सके। राज्य के पहुंचविहीन क्षेत्रों में जहां इंटरनेट की समस्या है, जिनके पास मोबाइल नहीं है, उनके लिए दूसरे विकल्पों पर भी कार्य प्रारंभ किया गया है।

- Advertisement -

डॉ. शुक्ला ने कहा कि दूरस्थ अंचल और आदिवासी क्षेत्रों में काम करने वाले शिक्षकों ने अलग-अलग तरीके अपनाए, जिसे लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। उन्हें सहयोग और समर्थन देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर बहुत से शिक्षक बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। डॉ. शुक्ला ने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि हमें सबसे पहले ऑनलाईन पोर्टल को विस्तार दिए जाने की अवश्यकता है, ताकि उसमें सब प्रकार की पाठ्य सामग्री उपलब्ध करायी जा सके। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एक एन्ड्रॉयड एप तैयार किया जा रहा है। इसमें सभी प्रकार की पाठ्य सामग्री उपलब्ध होगी। इस एप को इंटरनेट के जरिए कोई भी शिक्षक या विद्यार्थी डाउनलोड कर सकेंगे और इसे कभी भी बिना इंटरनेट के ऑफलाईन देख सकेंगे। दूसरा बस्तर में एक पत्रकार के आईडिया पर काम करना शुरू किया है, जिसका नाम है ‘बुलटू रेडियो‘ अर्थात ब्लूटूथ के जरिए ऑडियो फाइल को ट्रांसफर करना। शिक्षा के अलावा अन्य जन जागरण के लिए उनके द्वारा हॉट बाजार में जहां भी किसी के पास इंटरनेट नहीं होता, उन्हें ब्लूटूथ के माध्यम से फाइल ट्रांसफर किया जाता है और जब आवश्यकता हो उस पाठ्य सामग्री को देख लेते है। इस प्रयोग को काफी सफलता मिल रही है।

- Advertisement -

प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने कहा कि शीघ्र ही एक कॉलसेंटर बनाने जा रहे है, जिसमें कोई भी विद्यार्थी टोल-फ्री नम्बर पर डायल कर किसी भी कक्षा की कोई भी अध्ययन सामग्री मोबाइल अथवा लैंडलाईन में बिना इंटरनेट के सुन सकेंगे। यह सभी सामग्री एक स्थान पर रखी जाएगी जहां से यह सुविधा प्रदान की जा सकती है। बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने के लिए लाऊड स्पीकर का उपयोग ऐसे स्थानों पर पढ़ाई के लिए किया जा रहा है, जहां मोबाइल और इंटरनेट सेवा नहीं है। इन स्थानों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विद्यार्थी लाउड स्पीकर के जरिए सुनकर अपने घरो या उसके सामने बैठकर एक निश्चित समय में अध्ययन-अध्यापन का कार्य बिना किसी बाधा के कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सर्वश्रेष्ठ विकल्प नहीं है, लेकिन एक अच्छा विकल्प सिद्ध हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग लोकल टैलेंट को बढ़ावा देने के लिए ऐसे शिक्षकों की पहचान कर रहा है जो वॉलिटिंयर्स के रूप में अपने आसपास के स्कूल के दायरे में आने वाले गांव में जाकर वहां पर समुदाय के बीच में बच्चों को बैठाकर पढ़ाएंगे और होमवर्क देंगे। वहां समुदाय के बीच से पढ़े-लिख वॉलिटिंयर्स नियुक्त करेंगे, जो बच्चों को शिक्षा अध्ययन में मार्गदर्शन देंगे।

Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link Print
Previous Article बड़ी खबर : नहीं थम रहा हथियों की मौत का सिलसिला, प्रदेश में एक और मौत बड़ी खबर : नहीं थम रहा हथियों की मौत का सिलसिला, प्रदेश में एक और मौत
Next Article कलेक्टर ने दिखाई सख्ती…नियम तोड़ने पर वकील , व्यापारी समेत 21 लोगो पर एफआईर दर्ज…
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

देर रात CMHO का जिला अस्पताल में औचक निरीक्षण, ,प्रीमैच्योर डिलीवरी के दौरान खुद मैदान में उतरीं डॉ. गार्गी, नवजात को बचाने संभाली कमान। बार-बार मिल रही शिकायतों के बीच सीधा एक्शन, अस्पताल में लापरवाहों पर जल्द गिरेगी गाज।
Grand News May 16, 2025
CGNEWS:जिले में संचालित ईंट भट्ठों में बाल श्रम जोरों पर: पढ़ने की उम्र में काम कर रहे बच्चे, बाल श्रम रोकने में प्रशासन नाकाम
Grand News क्राइम छत्तीसगढ़ May 15, 2025
Sex Racket in CG : इस गांव के मकान में चल रहे सेक्स रैकेट का भांडाफोड़, पुलिस ने मारा छापा, आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए युवक-युवतियां
Sex Racket in CG : इस गांव के मकान में चल रहे सेक्स रैकेट का भांडाफोड़, पुलिस ने मारा छापा, आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए युवक-युवतियां
क्राइम छत्तीसगढ़ दुर्ग May 15, 2025
CG CRIME : बाउंसर पर चाकू से हमला करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार, शराब के नशे में की थी गुंडागर्दी.....
CG CRIME : बाउंसर पर चाकू से हमला करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार, शराब के नशे में की थी गुंडागर्दी…..
क्राइम छत्तीसगढ़ बिलासपुर May 15, 2025
Follow US
© 2024 Grand News. All Rights Reserved. Owner - Rinku Kahar. Ph : 62672-64677.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?