रायपुर। पुलिस… आमतौर पर इस शब्द के साथ ही ज्यादातर लोगों के दिमाग में एक छवि स्वमेव बन जाती है, और यह एक कड़वी सच्चाई है कि आम धारणा अच्छी नहीं होती। पुलिस को लेकर लोगों के दिलों-दिमाग में नकारात्मकता ही होती है, वजह एक सड़ी मछली, पूरे तालाब को गंदा कर देती है, जैसी कहावत है। जबकि सही मायने में देखा जाए तो पुलिस हर तरह की जिम्मेदारी निभाती है। कानून और अपराध से परे होकर कभी वार्ड ब्याब का काम करती है, तो कभी निगम कर्मियों के साथ मिलकर सफाई करते भी नजर आती है। ड्यूटी तो एक ही है, पगार भी एक का मिलता है, लेकिन काम हर तरह का यदि किसी से लिया जाता है, तो वह पुलिस है।
इन पुलिस वालों की वर्दी ही इनकी शान होती है, जिसे देखकर अपराधियों के पसीने छूट जाते हैं, विरोध और विद्रोह भी नियंत्रित हो जाते हैं। पर क्या इस वर्दी के पीछे के इंसान, उसकी इंसानियत, उसकी कलात्मकता, उसकी संजीदगी और उसके जज्बे को आपने देखा है। आइए छग पुलिस के कुछ ऐसे ही पुलिस वालों से आपकी मुलाकात कराते हैं, जिन्होंने वर्दी पहनकर जहां अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन किया है, तो दूसरी तरफ अपने भीतर के कलाकार को बाहर लाया है।
ये हैं छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान मंजय कुमार पासवान, वीआईपी बटालियन माना में पदस्थ हैं। इनकी बांसुरी में सुनिये छत्तीसगढ़ का राज्यगीत "अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार"@ChhattisgarhCMO @dmawasthi_IPS86 @ipsvijrk @ipskabra pic.twitter.com/iDkiYqjYrG
— Chhattisgarh Police (@CG_Police) July 23, 2020
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और वर्तमान परिदृश्य में जब कोरोना महामारी हर किसी के दिलों-दिमाग में एक खौफ पैदा कर रहा है, हर पल लोगों को एक ही डर सता रहा है कि कहीं वे भी इसकी चपेट में ना आ जाएं, उनके परिवार का कोई सदस्य प्रभावित ना हो जाए। ऐसे में इस पुलिस जवान का यह संगीतमय संदेश बेहद कारगर साबिह होगा।
छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान शैलेष मोगरे के माउथ ऑर्गन की धुन आप सभी ने बहुत पसंद की। बहुतों ने उनकी और भी परफॉर्मेंस की मांग की है। लॉकडाउन पीरियड में आप सभी घर पर रहें इसी आग्रह के साथ सुनिये ये प्रस्तुति.
रुक जाना नहीं तू कभी हार के.. pic.twitter.com/q85fS0KLuf
— Chhattisgarh Police (@CG_Police) July 24, 2020