रायपुर। राजस्थान में लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित कांग्रेस के लोकप्रिय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को जिस तरह से गिराने का कुचक्र भारतीय
जनता पार्टी के सहयोग से किया जा रहा है, अलोकतांत्रिक तथा संवैधानिक मूल्यों की हत्या करने के समान हैं। देश में सत्ता के लिए जिस तरह की संस्कृति को जन्म दिया जा रहा है, वह अक्षम्य है। इसका हम कांग्रेसजन कड़ा विरोध करते हैं।
देश के विभिन्न राज्यों मध्यप्रदेश, कर्नाटक, गोवा, मणिपुर, मेघालय के पश्चात राजस्थान में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी के कुरित रणनीति से विषम परिस्थिति उत्पन्न की जा रही है तथा लोकतांत्रिक व संवैधानिक मूल्यों की हत्या कर भाजपा की सरकार बनाने का उपक्रम किया जा रहा है, वह देश, देशवासियों और प्रजातंत्र के लिए घातक है, जिसकी जितनी निंदा की जाये कम है। हमारी आपसे अपेक्षा है देश के संवैधानिक और प्रजातांत्रिक ढांचों को
बनाए रखने की मांग करते हुए राजस्थान में विधानसभा का विशेष सत्र तत्काल बुलाया जावे तथा अलोकतांत्रिक कृत्य पर रोक लगाते हुए प्रकरण में हस्तक्षेप
करें।
मोहन मरकाम ने कहा कि राजस्थान की सरकार को केंद्र सरकार अस्थिर करने का प्रयास कर रही है वे इसका विरोध करते है राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर हस्तक्षेप करने की मांग की गई।
इस दौरान मरकाम ने कहा कि किसी भी राज्य के राज्यपाल को संवैंधानिक अधिकार के अनुरूप कार्य करना चाहिए। राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपने वालों में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के साथ प्रमुख रूप से इन वरिष्ठ नेताओं मौजूदगी दर्ज कराई।
1. सत्यनारायण शर्मा विधायक रायपुर ग्रामीण
2. धनेन्द्र साहु विधायक अभनपुर
3 गिरीश देवांगन उपाध्यक्ष, छ0 ग० प्रदेश कांग्रेस कमेटी
4 राजेन्द्र तिवारी, सदस्य, संचार विभाग
5 रामगोपाल अग्रवाल कोषाध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस कमेटी
6 चन्द्रशेखर शुक्ला, प्रभारी महानंत्री, छ०ग० प्रदेश कांग्रेस कमेटी
7 जितेन्द्र साहू उपाध्यक्ष, छ0ग० प्रदेश कांग्रेस कमेटी
৪ श्री शैलेश नितिन त्रिवेदी जी, अध्यक्ष, संचार विभाग
9 गिरीश दुबे अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी रायपुर शहर
10 उद्धव राम वर्मा, अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी रायपुर