साक्षी मिश्रा, कोरबा। पैरों तले जमीन खिसक जाना ,पुरानी कहावत है ,मगर कोरबा जिले के कटघोरा स्थित सिंघाली खदान एरिया में ये कहावत सच साबित हुई , जी हाँ कोरबा के साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) खदान के अंतर्गत आने वाले मैदानी क्षेत्र में जमीन का बड़ा हिस्सा धंस गया, संयोगवश घटना के वक्त उस स्थान पर कोई नहीं था , लेकिन इस लैंडफॉल से लोग दहशत में हैं। घटना के कारण ग्रामीणों में एसईसीएल को लेकर काफी नाराजगी है। फ़िलहाल सुरक्षा के लिहाज से घटना स्थल में बड़े पैमाने पर पुलिस बल लगाया गया है।
लापरवाही की इंतहा-
बताया जा रहा है की ये घटना अचानक नहीं हुई ,एसईसीएल प्रबंधन को इस लैंडफॉल का अंदाजा पहले से ही था ,दरअसल 3 दिन पहले ही एसईसीएल ने घटना स्थल का सर्वे कराया था , जिसमें लैंडफॉल की गुंजाइश साफ थी ,पर प्रबंधन ने इसे नज़रअंदाज़ कर दिया और लापरवाही का नतीजा सामने हैं।एसईसीएल प्रबंधन का कहना है कि मामले की जांच विशेषज्ञों की टीम करेगी, उसके बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकेगा। खैर अभी तो सब एरिया मैनेजर और विधायक के बीच इस विषय पर वार्ता हो रही है।
खतरा अभी टला नहीं –
दरसल कोरबा अपने कोल माइंस के लिए जाना जाता है , यहाँ कोयले की खदानों में लगातार ब्लास्टिंग होती है ,जिसकी वजह से जमीन हिलने जैसी घटना आम बात है। पर जिस इलाके में ये लैंड फॉल की घटना हुई है , बताया जा रहा है की वहां जमीन के नीचे से सारा कोयला निकाल लिया गया था ,और उस जगह को मलबे से भरा भी नहीं गया था ,जिसकी वजह से वहां की जमीन खोखली हो गयी थी , जिसकी वजह से ये घटना हुई। एसईसीएल के कर्मचारियों के अनुसार अभी खतरा टला नहीं है , ऐसी घटना आगे भी हो सकती है। कर्मचारी के अनुसार एसईसीएल अब उस पुरे इलाके को सील करने की कोशिश में है।