क्या है हेपेटाइटिस

वायरस इंफेक्शन के चलते लिवर में होने वाली सूजन को हेपेटाइटिस कहते हैं। यह आमतौर पर वायरल इंफेक्शन से फैलता है लेकिन इसके अलावा दूसरे माध्यमों से भी हेपेटाइटिस हो सकता है, जैसे- ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस (जब हमारा शरीर लिवर में एंटी बॉडीज बनाने लगता है) और मेडिकेशन, ड्रग्स, टॉक्सिन्स और एल्कोहल के चलते होने वाला हेपेटाइटिस।

 हेपेटाइटिस के प्रकार

हेपेटाइटिस A

यह सबसे आम हेपेटाइटिस है। इसका संक्रमण दूषित पानी और भोजन से होता है। इससे संक्रमित मरीज जल्द ठीक होता है। उन्हें किसी विशेष एंटीवायरल मेडिसिन की जरूरत नहीं पड़ती।

हेपेटाइटिस B

यह खतरनाक होता है। इसका वायरस हेपेटाइटिस बी से संक्रमित व्यक्ति की बॉडी फ्लूयड जैसे ब्लड, वेजाइनल सीक्रेशन, सीमन इत्यादि से होता है।

हेपेटाइटिस C

यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के बॉडी फ्लूयड के संपर्क में आने से होती है। एक अनुमान के मुताबिक, भारत में 1-1.5 करोड़ लोग इससे संक्रमित है।

हेपेटाइटिस D

डेल्टा हेपेटाइटिस के नाम से जाना जाने वाला यह हेपेटाइटिस लिवर की एक गंभीर बीमारी है। इसका संक्रमण इंफेक्टेड ब्लड के संपर्क में आने से होता है।

हेपेटाइटिस E

यह संक्रमित पानी के जरिए फैलनेवाले हेपेटाइटिस का प्रकार है। आमतौर पर साफ-सफाई के अभाव है यह वायरस फैलता है। मानव मल में भी हेपेटाइटिस ई के वायरस की मौजूदगी होती है।

हेपेटाइटिस की रोकथाम

साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। टैटू के लिए स्टरलाइज नीडल का इस्तेमाल करें। सुरक्षित शारीरिक संबंध बनाएं। अपने टूथब्रश और रेजर किसी के साथ साझा न करें। शराब का सेवन न करें या अत्यंत कम मात्रा में करें।