गरियाबंद। छत्तीसगढ़ को धान कटोरा कहा जाता है और यंहा के अधिकतर किसान किसान धान की खेती करते है, किसान शुरू से ही राजनीति का शिकार होते आये है किसान हितैषी बनकर कई योजना तो किसानों के लिए बनाते है लेकिन जमीनी स्तर पर उसका सही क्रियान्वयन करवाने वाला कोई नही है।
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कौंदकेरा में कोपरा से रोहिणा माइनर नहर नाली का साफ सफाई मरम्मत न होने से जर्जर हो गया जिसके कारण ग्राम कौंदकेरा के लगभग 40 से 50 किसान परेशान हो गए है, सिंचाई विभाग की लापरवाही के चलते बीते कई सालों से नहर नाली का न तो सफाई करवाया गया है और न ही मरम्मत। ऐसे में नहर से आने वाला पानी सीधे नहर नाली में न जाकर सीधे किसानों खेतो में घुस जाता है। खेतो में ज्यादा पानी हो जाने की वजह से किसानों के फसल खराब हो जा रहैे है। ये पहला मौका नही है ये स्थिति हर साल निर्मित होता है जिसे देखने के लिए कुम्भकर्णीय नींद में सोए सिचाई विभाग का एक भी नुमाइंदा देखने तक नही आता। ऐसे में सभी किसानों ने खुद के हस्ताक्षरित आवेदन विभाग को दिए है। अगर इस समस्या का निराकरण जल्द नही किया गया तो किसानों ने उग्र आन्दोलन करने के की चेतावनी दी है। जिसके जिम्मेदारी सिर्फ सिचाई विभाग और सरकार की होगी।