Grand NewsGrand News
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Search
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Reading: VACCINE BREAKING- क्या मॉडर्ना वैक्सीन से खत्म होगा कोरोना का असर, बंदरों पर हुआ सफल परीक्षण लेकिन चिंता वाली बात है ये
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Grand NewsGrand News
Search
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Corona CasesExclusiveGrand News

VACCINE BREAKING- क्या मॉडर्ना वैक्सीन से खत्म होगा कोरोना का असर, बंदरों पर हुआ सफल परीक्षण लेकिन चिंता वाली बात है ये

Vijay Sinha
Last updated: 2020/07/29 at 2:29 PM
Vijay Sinha
Share
3 Min Read
मॉ़डर्ना वैक्सीन कितना असरदार
मॉ़डर्ना वैक्सीन कितना असरदार
SHARE

वॉशिंगटन: दुनिया भर में कोरोना वायरस की वैक्सीन पर काम चल रहा है. इस बीच, एक अध्ययन में कहा गया है कि अमेरिकी बायो टेक कंपनी मॉडर्ना की COVID-19 वैक्सीन ने एक मजबूत प्रतिरक्षा क्षमता विकसित की है. साथ ही कोरोनावायरस को बंदरों की नाक तथा फेफड़ों में संक्रमण फैलाने से रोक दिया. न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन के एक अध्ययन में यह बात कही गई है. स्टडी में कहा गया है कि इस टीके ने कोरोनावायरस को बंदर की नाक में संक्रमण फैलाने से रोका है और यह इसलिए अहम है कि क्योंकि इससे दूसरों में संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाता है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के टीके का परीक्षण जब बंदरों पर किया गया तो ठीक इसी तरह के परिणाम देखने को नहीं मिले थे. हालांकि, इस वैक्सीन ने वायरस को जानवरों के फेफड़ों में जाने और बहुत बीमार होने से रोका दिया था.

मॉडर्ना की जानवरों पर स्टडी में कहा गया है कि आठ बंदरों के तीन समूहों को प्लेसीबो और वैक्सीन के दो अलग-अलग डोज- 10 माइक्रोग्राम और 100 माइक्रोग्राम- दिए गए. जिन बंदरों को टीके लगाए गए थे, सभी ने वायरस को खत्म करने वाले एंटीबॉडीज का अच्छी खासी मात्रा में उत्पादन किया, जो सार्स कोव-2 (SARS-CoV-2) वायरस से मुकाबला करते हैं.

- Advertisement -
Ad image

ये भी पढ़ें-  कोरोना वाली मुंगौड़ी और चटनी

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि दोनों तरह की खुराक लेने वाले बंदरों में एंटी बॉडीज का स्तर कोरोना से ठीक हुए इंसानों के एंटीबॉडीज से अधिक था. इस स्टडी के लेखकों ने बताया कि यह वैक्सीन विभिन्न प्रकार की प्रतिरक्षा कोशिकाओं को विकसित भी करती है, जिन्हें टी-सैल के नाम से जाना जाता है. यह कोशिकाएं पूरे शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने में मदद करती हैं.

- Advertisement -

बंदरों को दूसरा इंजेक्शन देने के चार हफ्ते बाद उन्हें सार्स-कोव-2 वायरस के संपर्क में लाया गया. वायरस को बंदर की नाक और एक ट्यूब के जरिये सीधे फेफड़ों में पहुंचाया गया. दो दिन बाद, आठ में से सात बंदरों के फेफडों में वायरस का फिर से संक्रमण नहीं पाया है. इनमें अधिक और कम दोनों डोज लेने वाले बंदर शामिल हैं.

- Advertisement -

हालांकि, चिंता की बात यह है कि विकसित किए जा रहे ये टीके बीमारी को दबाने के बजाए उन्हें बढ़ाकर उल्टा असर भी कर सकते हैं.

TAGGED: CORONA, FIGHT, MODERNA, MONKEY, VACCINE
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link Print
Previous Article बिग ब्रेकिंग : अनलॉक 3 अब खुल सकेंगे जिम, नाइट कर्फ्यू से हटेगी पाबंदियां, देखिये आदेश
Next Article बड़ी कामयाबी : बीजेपी के विधायक भीमा मंडावी की हत्या के मामले में एनआईए ने तीन आरोपियों को अरेस्ट किया बड़ी कामयाबी : बीजेपी के विधायक भीमा मंडावी की हत्या के मामले में एनआईए ने तीन आरोपियों को अरेस्ट किया
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

CG News : पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर अतरमरा में भाजपा ने किया स्मृति सभा का आयोजन
Grand News गरियाबंद छत्तीसगढ़ June 23, 2025
CG News : चिरायु योजना से भवानी के जन्मजात हृदय रोग का हुआ सफल ऑपरेशन
Grand News छत्तीसगढ़ नारायणपुर June 23, 2025
CG News : धरती आबा शिविर में सामने आई पीड़ा, वनमंत्री कश्यप के निर्देश पर दिव्यांग सोनू को मिला सहारा
Grand News छत्तीसगढ़ नारायणपुर June 23, 2025
CG News : जिले में फोस्टेक प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न जिले के 134 प्रतिभागियों ने लिया भाग
Grand News छत्तीसगढ़ नारायणपुर June 23, 2025
Follow US
© 2024 Grand News. All Rights Reserved. Owner - Rinku Kahar. Ph : 62672-64677.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?