रायपुर। केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति पर सीएम भूपेश बघेल ने बड़ी बात कही है. मुख्यमंत्री ने कहा है की शिक्षा को केंद्रीकृत किया जाना उचित नहीं है, कोरोना काल में नई शिक्षा नीति समझ से परे है। उन्होने कहा कि विदेश में स्नातक की शिक्षा में दिक्कतें आएगी, यह नीति कब और कैसे लागू होगी स्पष्ट नहीं है।
केंद्र की नई शिक्षा नीति पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने भी सवाल उठाए हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने कहा है कि नाम बदलने से शिक्षा व्यवस्था ठीक नहीं होगी। इनके अलावा पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने राज्यों से बिना चर्चा किए शिक्षा नीति बनाने का केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है।
स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने कहा है कि नाम बदलने से शिक्षा व्यवस्था ठीक नहीं होगी। नीति कब और कैसे लागू होगी? यह स्पष्ट नहीं है। उन्होने कहा कि यह नीति प्राइवेट स्कूलों को बढ़ावा देने वाली है, नई नीति में फंड के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने भी केंद्र की नई शिक्षा नीति पर अपनी बात रखी है, उन्होने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यों से बिना चर्चा किए शिक्षा नीति बनायी है, जबकि शिक्षा समवर्ती सूची का विषय है। उन्होने कहा कि केंद्र की शिक्षा नीति RSS की सिद्धांतों वाली होगी और पूरा स्वरूप सामने आने के बाद अच्छाई- बुराई पर चर्चा की जाएगी।