न्यायधानी। बिलासपुर में शनिवार को वन विभाग की टीम ने 110 किलो करील पकड़ी है। हालांकि इसे बेचने वाले टीम को देखकर भाग निकले। बांस की पैदावार बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ में करील बेचने पर प्रतिबंध हैं। बावजूद इसके चोरी-छिपे इसे बेचा जाता है। बरामद करील की कीमत करीब 8800 रुपए बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, बिलासपुर वन मंडल को करील बेचने की सूचना मिली थी। इसके बाद उड़नदस्ते ने शनिवार को नेहरू चौक से लेकर मुंगेली नाका तक कार्रवाई की। इस दौरान सड़क किनारे करील बेचने वाले टीम को देखकर भाग निकले। वन विभाग ने मौके से 110 किलो हरे बांस का करील जब्त किया है।
बांस के जंगलों का लगातार दोहन होते देख सरकार ने इसकी पैदावार बढ़ाने के लिए करील बेचने पर प्रतिबंध लगाया है। इसके बाद भी गर्मी में तस्कर इमारती लकड़ी और बारिश के बाद करील के लिए नए बांस काट लेते हैं। वन विभाग के अनुसार, जितनी करील बरामद हुई है, अगर वो बांस बन जाते तो उनसे दो लाख रुपए से ज्यादा की कमाई होती।