राजिम के आमापारा में रहने वाले भोजराम साहू की राजिम-गरियाबंद रोड पर स्थित बैंक ऑफ़ बड़ौदा के बगल में देविका डेली नीड्स नाम से दुकान है . शनिवार दोपहर 12 बजे भोजराम साहू और उनके भाई अपने दुकान पर मौजूद थे जबकि आमापारा स्थित उनके निवास में उनकी पत्नी अपने 2 छोटे बच्चों के साथ मौजूद थी . इसी बीच 2 अज्ञात नकाबपोश युवक एक बाइक पर भोजराम साहू के घर का पता पूछते-पूछते उनके घर पहुंचे . दोनों युवक हाथ में कार्टून रखे हुए थे, जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वे लोग कोई सामान छोड़ने आये हों . भोजराम साहू के घर पहुंचकर उन्होंने दरवाजा खटखटाया . दरवाजा भोजराम की बेटी ने खोला, जिसे धक्का मारते हुए दोनों अंदर घुसे और तुरंत उसके गले में धारदार हंसिया टिका दिया .
बच्ची की चीख सुनकर जब उसकी माँ कमरे से बाहर निकली तो आरोपियों ने उसे धमकी देते हुए घर में रखा सारा नगदी और जेवरात उनके हवाले करने कहा . बच्ची की जान मुसीबत में देख भोजराम की पत्नी ने सोने-चांदी के जेवरात और लगभग 5 लाख रूपए नगद उन्हें दे दिए, जिसे दोनों अपने साथ लाये काले रंग के बैग में रखकर दोनों को माँ और बच्चों को भीतर कमरे में बंद कर तेजी से बाइक से फरार हो गए . जाते-जाते दोनों खुद को उत्तरप्रदेश के कुख्यात अपराधी विकास दुबे, जिसका कुछ दिनों पूर्व यूपी पुलिस द्वारा एनकाउंटर कर दिया गया था, का आदमी बता रहे थे . दोनों आरोपियों के जाने के कुछ देर बाद पड़ोस में रहने वाले युवक ने बच्ची के रोने की आवाज सुनकर दरवाजा खोलकर उन्हें बाहर निकाला . इसके बाद भोजराम को और पुलिस को सूचना दी गई . दिनदहाड़े लूट की घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी आर.के. साहू मौके पर पहुंचे और आसपास के घर और दुकानों में लगे सीसीटीवी खंगालते हुए आरोपियों की पहचान की कोशिश की . हालाँकि अभी तक पुलिस को इसमें सफलता नहीं मिली है . घटना के घंटे भर बाद गरियाबंद एसपी भोजराम पटेल भी मौके पर पहुंचे और पूछताछ करते हुए राजिम पुलिस को जांच के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए . बहरहाल दिनदहाड़े राजिम शहर में हुई इस घटना से समूचे नगर में हडकम्प मचा हुआ है