चंडीगढ़। मोबाइल गेम पबजी किस कदर घातक बना हुआ है, इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। यह पहली बार नहीं है, जब किसी छात्र ने पबजी खेलने से मना करने पर खुदकुशी की हो। इससे पहले भी इस तरह की कई घटनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं, इसके बाद भी बच्चे इस जानलेवा मोबाइल गेम से दूरी नहीं बना पा रहे हैं, जबकि भारत में पबजी पर प्रतिबंध लगाया गया है।
ऐसा ही एक मामला पंजाब के जालंधर में बस्ती शेख अंतर्गत बड़ा बाजार में आया है, जहां एक छात्र ने खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली है। जानकारी के अनुसार छात्र ने अपने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से ही खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। मृतक मंथन शर्मा नाम का युवक डीएवी कॉलेज का छात्र था, परिवार वालों ने उसे पढ़ाई पर ध्यान लगाने और दिनभर पबजी गेम खेलने को लेकर समझाइश दी थी। मृतक युवक के पिता दवा व्यवसायी है। मृतक के पिता शहर के जानमाने आरएसएस के कार्यकर्ता भी हैं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छात्र के शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
चंद्रशेखर ने बताया की बेटे की जान चाइनीज ऐप पबजी गेम ने ली है। चंद्रशेखर ने बताया कि उनका बेटा मंथन बीबीए का छात्र था जो पूरे दिन पबजी गेम खेलता था, वो उसे पब जी गेम खेलने से रोकते थे, जिस कारण बेटे ने सुसाइड कर लिया है।
मृतक ने खुद को गोली मारने से पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। मंथन ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है, ‘मैं बहुत बुरा हूं.’। पुलिस ने मृतक छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि छात्र को पबजी गेम खेलने से रोकने पर उसने ये कदम उठाया है।