नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2020 के ग्रैंड फिनाले को संबोधित किया। पीएम मोदी ने यह संबोधन वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए किया।
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन
– स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के माध्यम से भी बीते सालों में अद्भुत इनोवेशन देश को मिले हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि इस Hackathon के बाद भी आप सभी युवा साथी, देश की जरूरतों को समझते हुए, देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, नए-नए सॉल्यूशन पर काम करते रहेंगे।
देश के गरीब को एक बैटर लाइफ देने के, ईजी ऑफ लिविंग के हमारे लक्ष्य को हासिल करने में आप सभी युवाओं की भूमिका बहुत अहम है।
– ये सिर्फ एक पॉलिसी डॉक्यूमेंट नहीं है बल्कि 130 करोड़ से अधिक भारतीयों की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब भी है।
– नई एजुकेशन पॉलिसी के माध्यम से इसी अप्रोच को बदलने का प्रयास किया जा रहा है, पहले की कमियों को दूर किया जा रहा है।
– भारत की शिक्षा व्यवस्था में अब एक Systematic रिफॉर्म, शिक्षा का इरादा और Content, दोनों को Transform करने का प्रयास है।
– देश की युवा शक्ति पर मुझे हमेशा से बहुत भरोसा रहा है। ये भरोसा क्यों है, ये देश के युवाओं ने बार-बार साबित किया है।
– नई एजुकेशन पॉलिसी का जिक्र करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये पॉलिसी, 21वीं सदी के नौजवानों की सोच, उनकी जरूरतें, उनकी आशाओं-अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को देखते हुए बनाई गई है।
– ऑनलाइन एजुकेशन के लिए नए संसाधनों का निर्माण हो या फिर स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन जैसे ये अभियान, प्रयास यही है कि भारत की एजुकेशन और आधुनिक बने, मॉडर्न बने, यहां के टैलेंट को पूरा अवसर मिले।
– हमें हमेशा से गर्व रहा है कि बीती सदियों में हमने दुनिया को एक से बढ़कर एक बेहतरीन साइंटिस्ट, बेहतरीन टेक्नीशियन, टेक्नोलॉजी इंटरप्रेन्योर दिए हैं।
– देश के सामने जो चैलेंज हैं, ये उनका सॉल्यूशन तो देते ही हैं। Data, Digitization और हाईटेक फ्यूचर को लेकर भारत की आकांक्षाओं को भी मज़बूत करते हैं।
– आप एक से बढ़कर एक सॉल्यूशन पर काम कर रहे हैं।
पहले संस्करण में 42 हजार छात्रों ने लिया था हिस्सा
स्मार्ट इंडिया हैकाथन के 2017 में हुए पहले संस्करण में 42,000 स्टूडेंट्स ने भाग लिया था। यह संख्या 2018 में बढ़कर एक लाख और 2019 में बढ़कर दो लाख हो गई थी। स्मार्ट इंडिया हैकाथन 2020 के पहले दौर में साढ़े चार लाख से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया था।