भिलाई। कोरोना संक्रमण के प्रदेश के दर्जनभर जिलों में 6 अगस्त तक लाॅक डाउन की घोषणा शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने की है। इसमें राजधानी, ट्वीन सिटी दुर्ग-भिलाई, न्यायधानी सहित अन्य कई प्रमुख शामिल हैं। सोमवार को रक्षाबंधन का त्यौहार है, जिसमें आमतौर पर राखी, मिठाईयों और उपहारों की जमकर खरीदी-बिक्री होती थी, लेकिन कोरोना के संकटकाल को देखते हुए इस बार सब पर प्रतिबंध लगा हुआ है। साल में एक बार आने वाले इस तरह के बड़े त्यौहारों पर भी कारोबारियों को हाथ बांधकर बैठना पर रहा है, जिसकी वजह से उनका गुस्सा स्वाभाविक है, लेकिन शासन-प्रशासन के फैसले को भी गलत नहीं ठहराया जा सकता।
वास्तविकता यही है कि प्रदेश में कोरोना ने जिस तेजी से पैर पसारा है, उसकी रोकथाम के लिए प्रशासन को कड़े फैसले लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में इसी बात को दोहराया था कि अनलाॅक में जिस तरह की लापरवाही सामने आई है, उसका दुष्परिणाम है कि प्रदेश में कोरोना वायरस ने तेजी से पैर पसारा है और संक्रमण शहरों से गांव तक पहुंच गया है।
दूसरी तरफ सालभर के इस विशेष पर्व के एक दिन पहले पूरे शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है। सिर्फ सब्जी, दूध, फल की दुकानें ही एक निर्धारित समय तक खुली रहती हैं। किराना दुकानों को भी बंद रखा गया है। इस सख्ती का विरोध अब व्यापारियों ने शुरू कर दिया है। रविवार को कपड़े, फैंसी आइटम और, अन्य व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों ने रविवार को सब्जी बेचकर अपना गुस्सा प्रशासन को दिखाया। इसी के साथ दुकाने खोलने की अनुमति की मांग इस वर्ग ने प्रशासनिक अधिकारियों के सामने रखी।
भिलाई चेंबर ऑफ कॉमर्स के संयोजक अजय भसीन व प्रदेश उपाध्यक्ष गार्गी शंकर मिश्रा ने बताया कि ये प्रशासन की हठधर्मिता के खिलाफ है। अब तक के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि व्यापारी वर्ग की परेशानियों को नजर अंदाज किया गया है। अजय भसीन ने कहा कि त्योहारी सीजन में सभी व्यापारियों ने एक बड़ी तैयारी की होती है। रक्षाबंधन के त्योहार पर राखी और मिठाई दुकान तक को खोलने की अनुमति नहीं है। ऐसे में व्यापारी वर्ग करोना से तो नहीं लेकिन कर्ज व परेशानियों से मर जायेगा।
कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए 6 अगस्त की रात 12 बजे तक लॉकडाउन के आदेश जारी किए गए हैं। भीड़ संक्रमण की बड़ी वजह हो सकती है, इसलिए प्रतिबंध लगाया गया है। रक्षाबंधन की खरीदी के लिए नागरिकों को सुविधा देने के मकसद से 29,30, 31 जुलाई और 1 अगस्त को किराना दुकान और राखी के स्टॉल सुबह 6 बजे से 10 बजे तक खोले गए थे। जिसका फायदा आम शहरियों को मिला है। ईद के त्यौहार में उपयोग में आने वाली चीजों के भी स्टॉल लगाने की अनुमति दी गई थी।