दुर्ग। कोरोना की वजह से बीते आठ महीनों के भीतर आए लगभग त्यौहार पर ग्रहण लगा ही नजर आया है। कल रक्षाबंधन का पर्व है, जिसे लेकर खुशियां बंटोरे भाई-बहनों के अलावा कारोबारी भी इंतजार में थे, लेकिन प्रदेश में कोरोना ने जैसा कहर बरपाया, उसके बाद इस पर एक तरह से ग्रहण ही लगा हुआ है। प्रदेश के लगभग प्रमुख शहरों में लाॅक डाउन के आदेश हैं, जिसकी वजह से दुकानों पर ताले लगे हुए हैं। इस बीच व्यापारियों का भी गुस्सा प्रशासन को देखना पड़ रहा है।
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भिलाई के व्यापारियों का गुस्सा इस कदर फूट पड़ा था कि उन्होंने मूल काम को छोड़कर सब्जी बेचना शुरू कर दिया। वहीं यह भी कह दिया कि ’’कोरोना से तो नहीं, उनकी मौत कर्ज से हो जाएगी’’। इसके बाद दुर्ग कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने 3 अगस्त के लिए एक संशोधित आदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने राखी और मिठाई की दुकानों को सुबह 6 बजे से 10 बजे खोले जाने की अनुमति प्रदान कर दी है।
महज 4 घंटों के लिए ही सही, पर मिली इस अनुमति के बाद कारोबारियों के चेहरे पर थोड़ी रौनक लौट आई है। सालभर के उनके इस इंतजार पर पलीता तो लगा हुआ है, लेकिन थोड़ी राहत की बूंद भी मिल गई है।