रायपुर। राजधानी में कोरोना का कहर ऐसा हो चुका है कि इसकी वजह से रक्षाबंधन के त्यौहार पर ग्रहण लग गया है। शहर में कंटेनमेंट जोन की संख्या में इसक कदर इजाफा हो चुका है कि मानों पूरा शहर ही कई टुकड़ों में बंट गया है और सभी अपनी-अपनी जगहों पर कैद होकर रह गए हैं। यह ऐसी वास्तविकता है, जिससे राजधानी का लगभग शख्स प्रभावित है।
कोरोना का प्रकोप बढ़ने की वजह से इस बार रक्षाबंधन का त्योहार शहरवासियों के लिए दायरे में सिमट गया है। कई बहनें अपने-अपने घरों में कैद हो गई हैं। दूसरी जगह रहने वाले भाई की कलाई सूनी रहने वाली है। जिले में बनाए गए कंटेनमेंट जोन में हालात बिल्कुल गंभीर हैं, जहां स्थिति देखकर प्रशासन ने लोगों के बाहर निकलने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है। घोषित होने वाले जोन में किसी दूसरी जगह से भी आने वालों की एंट्री बंद की है। ऐसे में रक्षाबंधन के त्योहार की खुमारी कहीं नहीं है। कंटेनमेंट जोन में अभी से सन्नाटा पसर गया है। रक्षाबंधन के ठीक पहले कंटेनमेंट जोन में राशन सामग्री के लिए भी लोग घरों से नहीं निकल सके।
शहर की स्थिति पर गौर करें, तो यहां अब तक 300 से ज्यादा कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इनकी संख्या लगातार बढ़ भी रही है। एक्टिव जोन में 50 से ज्यादा ऐसी जगह हैं, जो हॉट स्पाट जोन में शामिल हो गए हैं। ऐसे में प्रशासन ने प्रभावित इलाकों को दायरे में समेटने के लिए बांस बल्लियां लगाकर लोगों को पूरी तरह से एक क्षेत्र में ही कैद करने के इंतजाम किए हैं। संयुक्त कलेक्टर राजीव पांडे ने बताया, जहां संक्रमितों की संख्या बहुत ज्यादा है, वहां हॉट स्पाट बनाए हैं। यहां से कहीं बाहर निकलने पर पाबंदी रखी गई है।