अयोध्या: रामनगरी अयोध्या को अब एक-एक मिनट भारी पड़ रहा है। वर्षों की तपस्या और कोर्ट में लड़ाई के बाद वह घड़ी आ ही गई है, जब अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन करने के साथ ही शिलान्यास भी करेंगे। अभिजीत मुहूर्त में होने वाले भूमि पूजन तथा शिलान्यास के कार्यक्रम से पहले वह हनुमानगढ़ी में पूजा करेंगे। वह हनुमानगढ़ी में परिक्रमा करेंगे।
बता दें कि भगवान राम पर देशभर के करोड़ों लोगों की आस्था है और मंदिर निर्माण को लेकर लोगों को लंबे अरसे से इंतेजार था। राम मंदिर निर्माण के लिए कई भक्त संदियों से तैयारी कर रहे हैं। ऐसे ही 2 भाई हैं जो जिन्होंने 150 से अधिक नदियों का पानी एकत्र किया है। दोनों भाई 5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर के शिलान्यास समारोह के लिए अयोध्या पहुंचे हैं।
राधे श्याम पांडे का कहना है कि हमने 1968 से श्रीलंका के 16 स्थानों से 151 नदियों, 8 बड़ी नदियों, 3 समुद्रों और मिट्टी से पानी एकत्र किया है। बता दें कि राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से सिद्ध एवं शक्ति पीठों की मिट्टी एवं नदियों के पवित्र जल को अयोध्या पहुंचाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जल एवं मिट्टी का उपयोग शिला पूजन में किया जाएगा। भूमि पूजन के लिए पश्चिम बंगाल और बिहार से भी मिट्टी एवं जल अयोध्या पहुंचाया जा रहा है।