अयोध्या । राम मंदिर भूमिपूजन की शुरुआत आज हो चुकी है। भूमिपूजन के लिए तीन दिनों तक चलने वाले अनुष्ठान की शुरुआत आज वैदिक मंत्रों के साथ की गई। भूमिपूजन के लिए मेहमानों को न्योता भेजा जा चुका है। 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुभमुहूर्त में ठीक 12 बजकर 15 मिनट 15 सेकंड के बाद 32 सेंकड के अंदर मंदिर की पहली ईंट रखेंगे।
अयोध्या भूमि विवाद मामले के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी भूमि पूजन का आमंत्रण भेजा गया है। आमंत्रण पत्र पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ विशिष्ट अतिथि के तौर पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का भी नाम दिया गया है। इसी के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम भी आमंत्रण पत्र पर दिया गया है।
आमंत्रण पत्र पर भूमि पूजन का समय बुधवार यानी 5 अगस्त दोपहर 12:30 बजे दिया गया है। बता दें इस कार्यक्रम के लिए केवल कुछ चुनिंदा लोगों को ही आमंत्रण दिया गया है। इसमें से एक अयोध्या भूमि विवाद मामले के पूर्व मुकदमेबाज इकबाल अंसारी भी हैं।
आमंत्रण मिलने पर इकबाल अंसारी ने कहा कि यह भगवान राम की इच्छा थी जो मुझे पहला निमंत्रण मिला। मैं इसे स्वीकार करता हूं।
राममंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने वाले ऐतिहासिक भूमि पूजन को लेकर अयोध्या उत्सव में लीन है। आयोजन को लेकर हर धर्म के लोगों में खुशी का माहौल है।
इस मौके पर बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने तो अयोध्या में पीएम मोदी के स्वागत के लिए विशेष तैयारियां कर रखी हैं। वे पीएम मोदी को रामचरित मानस भेंट करना चाहते हैं।
बता दें कि इससे पहले इकबाल अंसारी ने कहा था कि यदि भूमि पूजन के लिए उन्हें निमंत्रण दिया जाता है तो वह जरूर जाएंगे। बतौर प्रधानमंत्री पहली बार अयोध्या आ रहे नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए इकबाल अंसारी ने हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ रामचरितमानस और रामनामी पटका खरीदा है। इसे वो 5 अगस्त को पीएम मोदी को भेंट करने की तैयारी में हैं।
इकबाल अंसारी ने कहा कि उनकी चाहत है कि वो पीएम मोदी को खुद रामनामी पटका ओढ़ाएं और हिन्दू पवित्र ग्रंथ रामचरितमानस भेंट स्वरूप दें। यदि उन्हें ट्रस्ट द्वारा निमंत्रण दिया जाता है तो राममंदिर के भूमि पूजन में शामिल होने का सौभाग्य कतई नहीं गंवाएंगे।