नई दिल्ली : भारतीय रेलवे ने ट्रेन की पटरियों पर दौड़ने वाली साइकिल बनाई है, जिसका प्रयोग रेलवे ट्रैक के इंस्पेक्शन और पटरियों की मरम्मत के लिए किया जाएगा। दरअसल, ट्रैकमेंटेनर रेलवे ट्रैक की लगातार निगरानी करते हुए ड्यूटी के दौरान पांच किलोमीटर की दूरी पैदल तय करते हैं। उनको ध्यान में रखते हुए साइकिल बनाने की योजना दिमाग में आई। यह आइडिया उत्तर पश्चिम रेलवे के अजमेर डिवीजन के सीनियर डिवीजनल इंजीनियर पंकज सोइन के माइंड में आया था। जिसके बाद इसे बनाया गया।
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीटर के जरिए रेल साइकिल का वीडियो शेयर किया है। जिसके मुताबिक रेल साइकिल का वजन सिर्फ 20 किलो है, जिसे आसानी से उठाया भी जा सकता है। साइकिल के आगे के पहिए से लंबा पाइप जुड़ा हुआ है। इस पाइप में लोहे का छोटा पहिया लगा हुआ है, जो पटरी पर एक तरफ चलेगा। दूसरे तरफ की पटरी के लिए भी दो पाइप हैं। इसमें भी लोहे का पहिया लगाया गया है, वह दूसरी पटरी पर चलेगा।
Railways introduces Rail Bicycle – a novel mechanism to quickly travel on rail tracks for inspections, monitoring & urgent repairs.
Simple innovation ensuring passenger security! pic.twitter.com/H2JaqJUBtA
— Piyush Goyal (मोदी का परिवार) (@PiyushGoyal) July 29, 2020
साइकिल को बनाने में रेल कार्ट के दो पुराने पहिये और लोहे के दो पाइपों का उपयोग हुआ है। इससे ट्रैक पर साइकिल का बैलेंस बना रहेगा और पटरी से गिरने का खतरा नहीं होगा। इस साइकिल से गैंगमैन और ट्रैकमैन आसानी से ट्रैक का इंस्पेक्शन करके रेल की पटरी की मरम्मत कर सकते हैं।
रेलवे के मुताबिक इस रेल साइकिल पर दो व्यक्ति बैठ सकते हैं. इसकी औसत गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा है। हालांकि रेल साइकिल को अधिकतम 15 किलेामीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी चलाया जा सकता है। रेलवे के मुताबिक इस रेल साइकिल को सिर्फ 5000 रुपये में तैयार किया गया है, जिसमें पुरानी साइकिल की कीमत भी शामिल है।
दुर्गम इलाकों से गुजरने वाले ट्रैक पर इनका काम काफी चुनौती भरा होता है। अब इसी काम को थोड़ा आसान बनाने के लिए ये खास साइकिल बनाई गई है। जिसके जरिए ट्रैकमेंटेनर बिना थके पहले से अधिक दूरी तय कर सकेंगे।