नई दिल्ली। दुबई में खेले जाने वाले आईपीएल मैच में टाइटल स्पॉन्सर के रूप में चीनी कंपनी वीवो को बनाए रखने पर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की कड़ी निंदा की है। कैट ने बीसीसीआई की शिकायत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर से की है। कैट ने पत्र भेजकर आइपीएल मैच की इजाजत नही देने की मांग की है।
पत्र में कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि
अमित शाह को लिखे पत्र में कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा है कि बीसीसीआई का यह कदम देश में कोरोना को रोकने के सरकार की नीति के खिलाफ होगा। ऐसे समय जब भारत और दुनिया भर के देश कोरोना से लड़ाई लड़ रहे हैं जबकि बीसीसीआई का यह फैसला कोरोना को बढ़ावा देने वाला भी साबित हो सकता है।
कई बड़े खेल आयोजन कोरोना के कारण रद्द कर दिए गए हैं जबकि बीसीसीआई आईपीएल कराने पर आमादा है। भारत में जब यह संभव नहीं हुआ तो उसने इसे दुबई में कराने का फैसला किया है। यह इस बात का प्रतीक है कि बीसीसीआई पैसों का भूखा है। उन्होंने सवाल किया कि क्या बीसीसीआई सरकार से भी ऊपर है जो सीधे तौर पर सरकार के कोरोना से संबंधित नियमों को धता बता रहा है।
पत्र में कहा गया है कि ऐसे समय में जब पिछले महीने जून में भारतीय सीमाओं पर चीन की आक्रामकता ने चीन के खिलाफ भारत के लोगों की भावनाओं को बहुत बढ़ावा दिया है और प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में केंद्र सरकार “लोकल पर वोकल ” और “आत्मनिर्भर भारत” के उनके आह्वान को यथार्थ में बदलने के लिए अनेक कदम उठा रही है, ऐसे में बीसीसीआई का निर्णय सरकार की इस नीति के खिलाफ है। बता दें कि कैट 10 जून से देश में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार को लेकर एक राष्ट्रीय अभियान चला रहा है।