गुरुग्राम। लॉकडाउन के दौरान हुए गुरुग्राम में हुए रजिस्ट्री घोटाले मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा तहसीलदारों को निलंबित करने के बाद अब डीटीपी इंफोर्समेंट की शिकायत पर सभी सात तहसीलदारों के खिलाफ संबंधित थानों में हरियाणा अर्बन डेवलेपमेंट एक्ट की धाराओं का उल्लंघन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। सोहना थाने में सोहना के तहसीलदार बंसी लाल, नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। शिवाजी नगर थाने में देशराज कंबोज नायब तहसीलदार गुरुग्राम मानेसर थाने में जगदीश चंद नायब तहसीलदार मानेसर सेक्टर-10 थाने में ओमप्रकाश, तहसीलदार कादीपुर सेक्टर-56 थाने में जयप्रकाश, नायब तहसीलदार वजीराबाद, बादशाहपुर थाने में हरीकिशन, नायब तहसीलदार के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।
बता देें कि गुरुग्राम जिले में अवैध कॉलोनी काटे जाने पर पाबंदी लगाए जाने के लिए जिला नगर योजनाकार ने कई बार टुकड़ों में रजिस्ट्री न करने को लेकर राजस्व विभाग को लिखा था। रजिस्ट्री करने के लिए जिला नगर योजनाकार विभाग से एनओसी लेना होता है, ऐसे में रजिस्ट्री होने का सवाल ही नहीं था।
वहीं, लॉकडाउन में 20 अप्रैल से रजिस्ट्री करने पर छूट मिली तो सोहना, कादीपुर, हरसरू, गुरुग्राम तहसील में कुछ अधिकारियों ने इसका जमकर फायदा उठाया। इस दौरान 1200 रजिस्ट्री नियमों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से की गई। आरटीआइ के माध्यम से 20 अप्रैल से 4 मई 2020 तक सभी तहसील व उप तहसील में की गई रजिस्ट्री का ब्यौरा मांगा गया तो सामने आया कि सोहना तहसील में 70, बादशाहपुर उप तहसील में 30, वजीराबाद तहसील में दो, कादीपुर उप तहसील में 10, हरसरू उप तहसील में 11 रजिस्ट्री की गईं, जिनमें हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण अधिनियम की धारा 7ए का उल्लंघन किया गया। मामला जब मीडिया के जरिये सुर्खियों में आया तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कार्रवाई का आदेश दिया। इसके बाद गुरुग्राम में कई मामले दर्ज किए गए हैं।