भोपाल। अयोध्या में रामलला के मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भूमिपूजन करने वाले हैं। इससे पहले शुभ-अशुभ को लेकर तमाम तरह की बातें चल रही हैं। कांग्रेस ने मुहुर्त को हथियार के तौर पर ले लिया है और लगातार हमले कर रही है। गृहमंत्री अमित शाह के कोरोना पाॅजिटिव होने के अलावा यूपी की तकनीकी शिक्षा मंत्री की कोरोना से निधन को अशुभ मुहुर्त से जोड़ते हुए राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर कड़वे बोल बोला है। उनका कहना है कि यह सब अशुभता के संकेत हैं, जिस पर प्रधानमंत्री को ध्यान देना चाहिए। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि सनातन हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजरअंदाज करने का नतीजा है।
अयोध्या में भगवान राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास के अशुभ मुहूर्त में कराये जाने पर हमारे हिंदू (सनातन) धर्म के द्वारका व जोशीमठ के सबसे वरिष्ठ शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज का संदेश व शास्त्रों के आधार पर प्रमाणित तथ्यों पर वक्तव्य अवश्य देखें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 23, 2020
कोरोना संक्रमितों की गिनती कराते हुए दिग्विजय सिंह ने लिखा, मध्यप्रदेश में भाजपा के मुख्यमंत्री व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कोरोना पॉजिटिव अस्पताल में, कर्नाटक के भाजपा के मुख्यमंत्री कोरोना पॉजिटिव अस्पताल में, अब गृहमंत्री अमित शाह भी बिस्तर पकड़ लिए हैं। मोदी जी आप अशुभ मुहूर्त में भगवान राम मंदिर का शिलान्यास कर और कितने लोगों को अस्पताल भिजवाना चाहते हैं?।
अपने ट्वीटर पर दिग्विजय सिंह ने यह भी लिखा है कि मोदी जी आप अशुभ मुहुर्त में भगवान राम मंदिर का शिलान्यास कर और कितने लोगों को अस्पताल भिजवाना चाहते हैं? योगी जी आप ही मोदी जी को समझाइए। आपके रहते हुए सनातन धर्म की सारी मर्यादाओं को क्यो तोड़ा जा रहा है? और आपकी क्या मजबूरी है जो आप यह सब होने दे रहे हैं?
दिग्विजय सिंह ने कहा, योगी जी आप ही मोदी जी को समझाइए। आपके रहते हुए सनातन धर्म की सारी मर्यादाओं को क्यों तोड़ा जा रहा है? और आपकी क्या मजबूरी है जो आप यह सब होने दे रहे हैं? मैं मोदी जी से फिर अनुरोध करता हूं कि 5 अगस्त के अशुभ मुहुर्त को टाल दीजिए। भगवान राम करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र हैं और हजारों वर्षों की हमारे धर्म की स्थापित मान्यताओं के साथ खिलवाड़ मत करिए। पीएम नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, सैकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद भगवान राम मंदिर निर्माण का योग आया है, अपनी हठधर्मीता से इसमें विघ्न पड़ने से रोकिए।