रायपुर। इतिहास के पन्नों में 5 अगस्त, 2020 स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होने वाला है। देश के ज्यादातर लोगों को इस खास दिन का बेसब्री से इंतजार है, आखिरकार वह समय आ ही गया है। जी हां, यहां पर बात हो रही है अयोध्या में रामलला के मंदिर निर्माण की, जिसकी नींव कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रखने वाले हैं। कोरोना संकटकाल की वजह से अयोध्या में गिनती के चुनिंदा लोगों को ही न्यौता दिया गया है। इसमें छग के एकमात्र शख्स संत युधिष्ठिर लाल शामिल हैं।
रामलला मंदिर निर्माण की आधारशिला रखे जाने से पहले मुहुर्त को लेकर कुछ लोगों ने विवाद खड़ा करने का प्रयास किया, लेकिन उनकी आवाज अब दब चुकी है। इस बीच प्रदेश के खाद्यमंत्री अमरजीत सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि राम सबके हैं और सब राम के हैं। उन्हें इस अवसर पर अयोध्या आने का निमंत्रण नहीं मिला, इस बात का उन्हें बेहद अफसोस है। उन्होंने कहा कि न्यौता मिलता, तो ज्यादा खुशी होती।
हालांकि उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि कोरोना काल की वजह से देश में संकट की स्थिति है। ऐसे में ज्यादा भीड़-भाड़ किसी भी मायने से उचित नहीं है। लेकिन राम मंदिर निर्माण की नींव रखे जाने का यह अवसर दोबारा नहीं आएगा।