Grand NewsGrand News
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Search
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Reading: BREAKING : रामललामय हुआ पूरा देश… अयोध्या के साथ छग की भी बढे़गी शान… जानिए कैसे
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Grand NewsGrand News
Search
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Breaking Newsछत्तीसगढ़

BREAKING : रामललामय हुआ पूरा देश… अयोध्या के साथ छग की भी बढे़गी शान… जानिए कैसे

Desk
Last updated: 2020/08/04 at 3:32 PM
Desk
Share
3 Min Read
SHARE

रायपुर। छ्त्तीसगढ़ में भगवान राम के वनवास काल से संबंधित जिन स्थानों को पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है, उनमें कोरिया जिले का सीतामढी-हरचौका तथा सरगुजा का रामगढ़ भी शामिल है। इनमें से रामगढ़ की प्रसिद्धि विश्व की प्राचीनतम नाट्यशाला के लिए भी है। महाकवि कालिदास ने अपनी कालजयी कृति मेघदूतम् की रचना यहीं पर की थी।
वनवास के दौरान भगवान राम ने कोरिया जिले से ही छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया था। भरतपुर तहसील के जनकपुर में स्थित सीतामढ़ी-हरचैका को उनका पहला पड़ाव माना जाता है। मवाई नदी के किनारे स्थित सीतामढ़ी-हरचौका की गुफा में 17 कक्ष हैं। इसे सीता की रसोई के नाम से भी जाना जाता है। वहां एक शिलाखंड हैै जिसे लोग भगवान राम का पद-चिन्ह मानते हैं। मवाई नदी तट पर स्थित गुफा को काट कर 17 कक्ष बनाए गए हैं, जिनमें शिवलिंग स्थापित हैं। इसी स्थान को हरचैका (रसोई) के नाम से जाना जाता है। भगवान राम हरचैका से रापा नदी के तट पर स्थित सीतामढ़ी-घाघरा पहुंचे थे। यहां करीब 20 फीट ऊपर 4 कक्षों वाली गुफा है, जिसके बीच में शिवलिंग स्थापित है। आगे की यात्रा में वे घाघरा से निकलकर कोटाडोला होते हुए सरगुजा जिले की रामगढ़ पहाड़ी पहुंचे थे। यह अम्बिकापुर- बिलासपुर मार्ग पर स्थित है। इसे रामगिरि भी कहा जाता है। महाकवि कालिदास के मेघदूतम् में इसी स्थान के दृश्यों का अंकन हुआ है। वनवास के दौरान श्रीराम ने पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ यहां कुछ दिन बिताये थे। इसीलिए वहां स्थित गुफाएं लोक में उन्हीं के नाम से जानी जाती हैं। राम के तापस्वी वेश के कारण एक का नाम जोगीमारा, दूसरे का सीता बेंगरा एवं एक अन्य का लक्ष्मण गुफा पड़ गया।
भगवान राम के वनवास काल से संबंधित स्थानों का पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकास मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसके लिए राम वन गमन परिपथ तैयार किया जा रहा है। शासन ने राम से संबंधित 75 स्थानों का चयन किया है। पहले चरण में इनमें से 9 स्थानों का सौंदर्यीकरण एवं विकास किया जा रहा है। इसके लिए 137 करोड़ 45 लाख रुपये की कार्ययोजना तैयार की गई है। इस परिपथ में अच्छी सड़कों समेत विभिन्न तरह की नागरिक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।

Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link Print
Previous Article BREAKING : छग के इस यूनिवर्सिटी में कल से शुरू होगा दाखिला… 25 अगस्त तक रहेगी जारी… केवल आनलाइन करना होगा आवेदन
Next Article CONGRATULATION : यूपीएससी में छग से पांच का चयन… राजधानी से आयुष ने दर्ज की सफलता… सीएम बघेल ने दी बधाई
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

श्रावण मास में अमरकंटक पहुंचे सांसद बृजमोहन अग्रवाल, मां नर्मदा और भगवान भोलेनाथ की की पूजा-अर्चना
Grand News July 18, 2025
CG NEWS: रायगढ़ में रेस्टोरेंट संचालक से मारपीट के आरोपी अब तक बाहर, पीड़ित ने SP ऑफिस पहुंचकर लगाई इंसाफ की गुहार
Grand News छत्तीसगढ़ रायगढ़ July 18, 2025
CG NEWS: पुलिस परिवार के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, 198 हुए लाभान्वित
Grand News छत्तीसगढ़ रायगढ़ July 18, 2025
CG NEWS: सूरजपुर पुलिस ने 30 लाख कीमत के गुम हुए 120 मोबाईल बरामद कर संबंधित को सौंपा।
Grand News छत्तीसगढ़ सरगुजा July 18, 2025
Follow US
© 2024 Grand News. All Rights Reserved. Owner - Rinku Kahar. Ph : 62672-64677.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?