रायपुर। राजधानी में आज से लाॅक डाउन हटा दिया गया है। सरकार ने अर्थव्यवस्था को सुचारू रखने के लिए अति आवश्यक कदम उठाए हैं, जबकि प्रदेश में रिकार्डतोड़ कोरोना के प्रकरण सामने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चाहते हैं कि प्रदेश में संक्रमित होने वालों को स्वास्थ्य लाभ मिलता रहे, लेकिन साथ ही आवश्यक आर्थिक गतिविधियां भी निरंतर जारी रहे, जिसका नाजायज लाभ लेने की कोशिश राजधानी में नजर आ रही है।
शासन-प्रशासन के स्पष्ट निर्देश के बावजूद आपूर्ति के नाम पर लोगों से अतिरिक्त पैसों की उगाही दुकानदार कर रहे हैं। खुलेआम कालाबाजारी की जा रही है, लेकिन जिम्मेदार अब भी लाॅकडाउन की खुमारी से बाहर नहीं आए हैं, जिसका नाजायज फायदा दुकानदार उठा रहे हैं।
ग्रेंड न्यूज ने पड़ताल शुरू की तो बात सामने आई। बेहद चैंकाने वाली बात यह है कि राजधानी में ज्यादातर पान-मसाला विक्रेता ही इस तरह की कालाबाजारी में संलिप्त है। इनके द्वारा लाॅक डाउन के दौरान भी कालाबाजारी सामने आई थी, जिसकी शिकायत खाद्य विभाग के साथ ही नापतौल से भी हुई थी, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया, जिसकी वजह से कालाबाजारी करने वालों के हौसले बुलंद हैं।
आज सुबह ग्रेंड न्यूज की टीम ने महादेव घाट रोड पर रायपुरा ओव्हर ब्रिज से ठीक पहले स्थित देवांगन पान पैलेस, इसके बाद न्यू राजेन्द्र नगर आरडीए काॅम्पलेक्स के सामने स्थित एक पान मसाले की दुकान पर कीमतों का जायजा लिया, तो हकीकत सामने आई।