रायपुर। राजधानी सहित प्रदेश में इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह का रंग फीका रहेगा। स्कूलों में बगैर छात्र-छात्राओं के केवल शिक्षक ही झंडावंदन करेंगे, वही शासकीय दफ्तरों में भी किसी तरह की रौनक नजर आएगी। इन सबके पीछे वजह कोरोना वायरस का खौफ है, जिसने स्वतंत्रता दिवस पर भी ग्रहण लगा दिया है।
राजधानी के पुलिस परेड ग्राउंड में होने वाला उत्सव इस बार नहीं होगा। हालांकि आयोजन किया जा रहा है, लेकिन केवल 27 मिनट के भीतर परेड ग्राउंड में सन्नाटा पसर जाएगा। इस बार बच्चों को स्वतंत्रता दिवस समारोह से दूर रखा गया है, वहीं झांकियां भी नहीं निकलेंगी। परेड ग्राउंड में दर्शक दीर्घा को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि बच्चों और अन्य कलाकारों के द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले रंगारंग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा इस बार परेड ग्राउंड में नजर नहीं आने वाली है।
परेड ग्राउंड के चारों तरफ रंगरोगन का कार्य चल रहा है। पुलिस विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पहली बार कार्यक्रम 27 मिनट में खत्म हो जाएगा। हर साल परेड ग्राउड में स्वतंत्रता दिवस के उत्सव में शामिल होने काफी संख्या में लोग पहुंचते थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने प्रदेशभर से छात्र व कलाकार पहुंचते थे। इसकी तैयारी महीने भर पहले से शुरू हो जाती थी। लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं होगा। इस बार के स्वतंत्रता दिवस पर स्कूलों में भी ध्वजारोहण केवल शिक्षकगण करेंगे।
पुलिस लाइन आरआई चंद्रप्रकाश तिवारी ने बताया, 15 अगस्त में 7 पलाटून के 245 जवान सलामी परेड में शामिल होंगे। इसमें चार पैरामिलिट्री फोर्स बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एसएसबी के साथ 14वीं वाहनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल बालोद, 20वीं वाहनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल महासमुंद और रायपुर जिला पुलिस बल के जवान स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रध्वज को सलामी देेंगे। समारोह में केवल राष्ट्रध्वजारोहण, सलामी, मुख्यमंत्री का जनता के नाम संदेश और समापन तक ही सीमित होगा। समारोह में मुख्यमंत्री व कैबिनेट मंत्रियों के साथ गिने चुने पुलिस के आला अधिकारी ही उपस्थित रहेंगे।