अम्बिकापुर शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई..वही बकाया पैसा का भुगतान नही कर पाने की वजह से अस्पताल प्रबंधन ने शव परिजनों को सौंपने से इंकार कर दिया ।जशपुर निवासी एक महिला के पति की हालत बिगड़ने के बाद 8 अगस्त को इलाज के लिए अंबिकापुर लेकर आई थी। यहां महिला ने पति को गंभीर हालत में शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया । महिला स्मार्ट कार्ड के सहारे पति का इलाज कराने पहुची थी । जबतक पति का इलाज चला तब तक महिला 35 हजार रूपये जमा करा चुकी थी । लेकिन 2 दिनों तक इलाज चलने के बाद पति की मौत हो गई । पति को मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने लगभग 48 हजार का बिल थमा दिया ।
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पति की मौत के गम में डूबी औऱ आर्थिक तंगी से परेशान महिला ने जब बकाया राशि का भुगतान स्मार्ट कार्ड से करना चाहा तो अस्पताल प्रबंधन ने स्मार्ट कार्ड के जरिए महिला को राहत देने से मना कर दिया । इधर महिला अस्पताल प्रबंधन के सामने गिडगिड़ाती रही बावजूद इसके अस्पताल प्रबंधन का दिल नही पसीजा । अस्पताल प्रबंधन ने नगद भुगतान करने की बात कहते हुए पत्नी को पति का शव देने से मना कर दिया । वहीं मजबूर पत्नी शव को छुडाने के लिए गांव वालों की मदद से 40 हजार रूपये का व्यवस्था की और अस्पताल प्रबंधन को दिया । तब जाकर अस्पताल प्रबंधन ने शव परिजनो को सौंपा । इधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि परिजनो ने खुद कहा था कि पैसे की व्यवस्था होते ही बकाया बिल का भुगतान कर शव को अस्पताल से ले जाऐंगे । वही स्मार्ट कार्ड का सवाल पर प्रबंधन ने गोल-मोल जवाब देते हुए कहा कि परिजन समय पर स्मार्ट कार्ड नही दिया । लेकिन इधर परिजनों ने समय पर ही स्मार्ट कार्ड दिया था।