Grand NewsGrand News
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Search
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Reading: जानिए एक साल में स्वतंत्रता के मायने में क्या बदलाव आए?
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Grand NewsGrand News
Search
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Grand Newsदेश

जानिए एक साल में स्वतंत्रता के मायने में क्या बदलाव आए?

Neeraj Gupta
Last updated: 2020/08/12 at 12:50 PM
Neeraj Gupta
Share
2 Min Read
SHARE

 दिल्ली।  देश में आजादी के 74 साल का जश्न मनाने के लिए तैयार है। साल 2019 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित किया था तब से लेकर अब तक काफी कुछ बदल गया है। साल 2020 में बाकी दुनिया की तरह भारत देश भी कोरोना वायरस से जूझ रहा है। ऐसे में स्वतंत्रता दिवस समारोह का जश्न थोड़ा फीका कर दिया है।

- Advertisement -

मगर बीते एक साल में देश में काफी कुछ बदला। इस दौरान ऐसी कई बेड़ियां खुलीं, जो सदियों से जकड़ी हुई थीं। मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से आजादी मिली तो रामलला को भी टाट से आजादी मिलने की शुरुआत हुई। कोरोना काल से जूझते हुए देश में आजादी के मायने भी बदले। पहले जो सामान्य था, अब वो बदल गया। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ मामले, जहां देश के नागरिकों को आजादी मिली।
तीन तलाक
मुस्लिम महिलाओं को साल 2019 में सबसे बड़ी बेड़ियों से आजादी मिली। सदियों से चली आ रही तीन तलाक की समस्या आखिरकार खत्म हुई। साल 2019 में एक और बड़ा फैसला आया, जिसने मुस्लिम महिलाओं की सदियों पुरानी समस्या को सुलझाने की कोशिश की। मोदी सरकार ने तीन तलाक के खिलाफ कानून पास कराने में सफलता हासिल की। इसके साथ ही अब एक साथ तीन तलाक देने की प्रथा गैर कानूनी है। तीन तलाक बोलना, लिखना, एसएमएस या व्हाट्सएप करना भी गैरकानूनी हो चुका है।

- Advertisement -
Ad image
- Advertisement -

नगरिकता संशोधन कानून 

- Advertisement -

साल 2019 एक और अहम फैसले का गवाह बना। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न झेलने वाले लोगों को भारतीय नागरिकता देने का रास्ता साफ हुआ। दिसंबर महीने में नागरिकता (संशोधन) कानून के तहत 31 दिसंबर, 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न के शिकार होकर भारत आए हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी समुदाय के लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान है। इस कानून के खिलाफ काफी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। विपक्ष ने भी सरकार को घेरने की कोई कसर नहीं छोड़ी है।

- Advertisement -

 

TAGGED: आजादी के 74 साल, ग्रैंड न्यूज़, तीन तलाक, नागरिकता संशोधन कानून
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link Print
Previous Article सुशांत सुसाइड केस : सुशांत के परिवार ने शिवसेना सांसद संजय राउत को भेजा नोटिस, कही ये बात 
Next Article रायपुर : पुलिसकर्मियों को पेट्रोलिंग वैन की बोनट पर बोतल रखकर शराब पीना पड़ा महंगा, एसएसपी ने किया निलंबित
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

जनपद पंचायत नवागढ़ की ग्राम पंचायत पीथमपुर, जो कि क्षेत्र की इकलौती निर्विरोध पंचायत मानी गई थी, अब विवादों के घेरे में है। सरपंच रूपांजलि उदासी को लेकर गांव में
CG : पीथमपुर गांव में सरपंच के खिलाफ फूटा ग्रामीणों का आक्रोश, भारी संख्या में ग्रामीण पहुंचे कलेक्ट्रेट, विकास कार्यों में रुचि न लेने का आरोप
Grand News छत्तीसगढ़ May 13, 2025
CG NEWS : दलदल में फसने से नन्हे हाथी शावक की मौत
छत्तीसगढ़ रायगढ़ May 13, 2025
CG : धनियालूर व आड़ावाल के वार्षिक मंड़ई में शामिल हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक किरण देव एवं सांसद महेश कश्यप
Grand News छत्तीसगढ़ May 13, 2025
CG NEWS : रेत परिवहन कर रही मिनी ट्रक की चपेट में आए बाइक सवार तीन युवक, दो की मौके पर मौत, स्थानीय लोगों में आक्रोश 
Grand News May 13, 2025
Follow US
© 2024 Grand News. All Rights Reserved. Owner - Rinku Kahar. Ph : 62672-64677.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?