राजस्थान। अलवर जिले में एक घिनोनी वारदात का मामला सामने आया हैं जहां खाकी के रखवाले खुद ही भक्षक बन रहे हैं। एक पुलिस कॉन्स्टेबल ने 32 साल की विवाहित महिला के साथ खुद भी दुष्कर्म किया और अपने साथियों से भी करवाया। इतना ही नहीं पुलिस कॉन्स्टेबल ने इस रेप की कई वीडियो भी बना ली थी जिसे वायरल करने की धमकी देकर पीड़िता को ब्लैकमेल कर रहा था। पीड़िता शिकायत लेकर जब थाने पहुंची तो 5 दिन तक उसकी रिपोर्ट तक दर्ज नही कि गई। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता ने अलवर एसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। तब जाकर केस दर्ज हुआ लेकिन अभी तक आरोपी कांस्टेबल के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
थानागाजी गैंगरेप के बाद अलवर पुलिस की कार्यशैली की जमकर आलोचना हुई थी। बावजूद इसके अलवर पुलिस महिलाओं से जुड़े मामलों को गंभीरता से नहीं ले रही है। अलवर जिले के रैणी थाने में 32 साल की विवाहित महिला से दुष्कर्म के आरोपी कांस्टेबल संजय कुमार (28) को पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने लाइन हाजिर कर दिया है।
रैणी थाने में कार्यरत कांस्टेबल संजय कुमार (28) ने एक विवाहिता के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया और महिला को धमकी देकर उसका देह शोषण का रहा था। महिला ने 3 महीने प्रताड़ित होने के बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज करवानी चाही तो उसे धक्के मारकर भगा दिया गया। इस मामले की जानकारी महिला के पति को लगने के बाद उसने रैणी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए शिकायत दी, लेकिन 5 दिन तक रैणी थानाधिकारी के द्वारा मामला दर्ज नहीं किया गया।
अपने पति के साथ पीड़ित महिला एसपी अलवर तेजस्वनी गौतम से मिली और अपनी व्यथा सुनाई। पीड़िता ने बाद में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि वह घूमने जाती तो कांस्टेबल संजय ने उसका पीछा करना शुरू किया और उसको परेशान करता था और धमकाता था। 3 महीने पहले एक दिन उसके द्वारा जबरन दुष्कर्म किया गया और उसको धमकी दी गई कि किसी को कुछ बताया तो उसको बदनाम कर देगा और वीडियो वायरल कर देगा। एक दिन किसी दूसरे साथी को लेकर आया और उसके साथ भी संबंध बनाने के लिए दबाव बनाया गया। इस तरह बार-बार उसका शारीरिक शोषण किया गया।
इसके बाद एसपी तेजस्वनी गौतम के निर्देश पर रैणी थाने में आरोपी पुलिस कांस्टेबल संजय कुमार पर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया गया। आरोपी कांस्टेबल संजय कुमार रैणी थाने में कम्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात है। इस मामले की जांच एसपी तेजस्वनी गौतम ने सीओ लक्ष्मणगढ़ को सौंपी है। दुष्कर्म की जांच राजगढ़ एसएचओ को सौंपी है जबकि अलग से उच्च स्तरीय जांच डीएसपी लक्ष्मणगढ़ को सौंपी है। जांच के बाद मामला दर्ज नहीं करने वाले एसएचओ और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।