नई दिल्ली। लद्दाख में हुए विवाद के बाद भारत और चीन के बीच का तनाव अब तक बरकरार है। कई दौर की बैठक के बावजूद चीनी सेना भारत के आधिपत्य की जमीन पर नजरे गड़ाए हुए है। इससे तनाव और बढ़ता जा रहा है। इस बीच भारत के संग अमेरिका ने दोस्ती निभाई है और चीन के खिलाफ भारत के पक्ष में खड़ा हो गया है। अमेरिका ने दुनिया का सबसे घाटत परमाणु बॉम्बर B2 Spirit Stealth Bombers को डियागो गार्सिया में तैनात किया है। एक बॉम्बर अपने साथ 16 परमाणु बम ले जा सकता है और एक बार उड़ान भरने के बाद यह पूरे चीन को निशाना बना सकता है।
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भारत और चीन के बीच लद्दाख में जारी तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों के बीच सहमति के बाद भी चीन पैंगोंग झील और देपसांग इलाके से अपनी सेना को पीछे हटा नहीं रहा है। यही नहीं चीन भारत की सीमा से लगे अपने इलाके में नए हवाई ठिकाने बना रहा है। यही नहीं चीन ने लद्दाख के पास स्थित अपने सैन्य ठिकाने पर अपनी परमाणु मिसाइल डीएफ-26 को तैनात कर दिया है। चीन की इस जोरदार सैन्य तैयारी का करारा जवाब देने के लिए अब अमेरिका भी अपने मित्र भारत की मदद के लिए साथ आता दिख रहा है। अमेरिका ने भारत के बेहद करीब स्थित अपने नौसैनिक अड्डे डियागो गार्सिया पर परमाणु बम गिराने में सक्षम बमवर्षक विमान तैनात कर दिए हैं।
अमेरिका के इंडो-पैसफिक कमान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि तीन बी-2 स्प्रिट स्टील्थ बॉम्बर डियागो गार्सिया में तैनात किए गए हैं। ये विमान करीब 29 घंटे की यात्रा करके अमेरिका के मिसौरी एयरफोर्स बेस से डियागो गार्सिया पहुंचे हैं। अमेरिका ने कहा कि 29 घंटे की यह यात्रा यह दर्शाती है कि अमेरिका अपने दोस्तों और सहयोगियों की मदद के लिए बेहद घातक और लंबी दूरी तक किसी भी समय और कहीं भी हमला करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। यूएस एयरफोर्स के कमांडर कर्नल क्रिस्टोफर कोनंत ने कहा, श्हम डियागो गार्सिया जैसी महत्वपूर्ण जगह पर आकर बहुत रोमांचित महसूस कर रहे हैं।