रायपुर। परेड ग्राउंड के चारों ओर रंगरोगन का कार्य पूरा कर लिया गया है। संक्रमण की वजह से समारोह 27 मिनट का होगा। पहले की तरह स्वतंत्रता दिवस पर मार्च पास्ट, स्कूली बच्चों का रंगारंग कार्यक्रम जैसे अन्य कार्यक्रम नहीं होंगे। रिहर्सल में बैंड से राष्ट्रगान व राष्ट्रगीत समेत अन्य प्रस्तुत किए जाने वाले कार्यक्रमों का क्रमवार से रिहर्सल किया। 7 प्लाटून के 245 जवान देंगे सलामी स्वतंत्रता दिवस पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का विशेष पालन किया जाएगा। पुलिस लाइन आरआई चंद्रप्रकाश तिवारी ने बताया, 15 अगस्त में 7 प्लाटून के 245 जवान सलामी परेड में शामिल होंगे। इसमें चार पैरामिलिट्री फाेर्स बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एसएसबी के साथ 14वीं वाहनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल बालोद, 20वीं वाहनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल महासमुंद और रायपुर जिला पुलिस बल के जवान स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रध्वज को सलामी देेंगे। समारोह केवल ध्वजाराेहण, सलामी, मुख्यमंत्री का जनता के नाम संदेश और समापन तक ही सीमित होगा। समारोह में मुख्यमंत्री व कैबिनेट मंत्रियों के साथ गिने-चुने पुलिस के आला अधिकारी ही उपस्थित रहेंगे।
आज सुरक्षा जांच : गुरुवार को अंतिम रिहर्सल के बाद मैदान बंद कर दिया गया है। शुक्रवार को यहां सुरक्षा संबंधित अन्य तैयारियां पूरी की जाएंगी। आम लोगों को मैदान में प्रवेश नहीं दिया जाएगा, इसलिए पहले की तरह विशेष आगमन-निकासी द्वार का निर्माण नहीं किया गया है। समारोह सादगी भरा ही रहेगा। इसके मुताबिक ही तैयारी की गई है।
बाजार पर भी कोरोना का ग्रहण,: ना झंडे बिक रहे ना ही बूंदी-सेव के ऑर्डर इस बार स्वतंत्रता दिवस में पहले की तरह सामूहिक ध्वजारोहण, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रभातफेरी जैसे कोई कार्यक्रम नहीं होंगे। इस बार लोग अपने घरों पर ही स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाएंगे। कोरोना ने बाजार को भी काफी प्रभावित किया है। पहले तिरंगा झंडा, बैच, कुर्ता-पैजामा सहित स्वतंत्रता दिवस से संबंधित सामग्री की खरीदी होती थी। लेकिन इस बार बाजार लगभग सूना ही है।
हफ्ते भर पहले शुरु होती थी तैयारी : स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बच्चों को मिठाई, सेव, बूंदी व अन्य चीजें दी जाती रही हैं। लेकिन इस बार इसके वितरण में भी ग्रहण लगा हुआ है। पुरानी बस्ती के मिठाई व्यवसायी कुणाल बताते हैं कि पहले हमेशा इन दिनों के लिए 2 दिन पहले कई स्कूल व सामाजिक संस्थाओं द्वारा सेव-बूंदी व अन्य मिठाइयों के लिए आर्डर दिया जाता था। लेकिन इस बार गिनती के ही लोगों ने इसके लिए आर्डर दिया है, जिसकी मात्रा भी बहुत कम हो गई है।