लोजपा और जदयू के बीच चल रहा सियासी दांव पेच अब गहराता जा जा रहा है। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान के पहली बार बिना सूचना के पटना आने और अचानक बैठक बुलाने को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। माना जा रहा है चिराग चुनाव को लेकर कुछ अहम फैसला ले सकते हैं। इसके पहले भी वह जरूरत पड़ने पर सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं। बताया जाता है कि शनिवार को पटना में लोजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस पासवान को झंडोत्तोलन करना था, मगर बाद में यह प्लान बदला गया।
चिराग पासवान लालन सिंह हमारे अभिभावक हैं। हम उनके बारे में कुछ नही बोलेंगे। उन्होंने कहा कि पत्र के माध्यम से जो मैं मांग करता हूं या सुझाव देता हूं उसको आलोचना मानना सरकार की भूल है। फिर भी अगर कोई सुझाव को आलोचना मानकर उसपर कार्रवाई नहीं करे तो मैं क्या कर सकता हूं।
बैठक से पहले चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा, बिहार में बाढ़ और कोविड-19 महामारी बहुत बड़ा मुद्दा है और इसी को लेकर यह बैठक बुलाई गई है। एलजेपी अध्यक्ष ने कहा, हर बैठक अहम होती है और बिहार में तो बहुत सारे मुद्दे हैं।
बिहार में कोविड-19 महामारी के साथ-साथ बाढ़ का भी मुद्दा है। चिराग पासवान ने पिछले दिनों नीतीश कुमार को बाढ़ और महामारी के मुद्दे पर दो बार पत्र भी लिखा और सरकार की विफलता के बारे में राज्य सरकार को अवगत कराया।