रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर स्वतंत्रता दिवस के दिन तिरंगा फहराने को लेकर सवाल पूछा है। धनंजय ठाकुर के मुताबिक वो मोहन भागवत से पूछना चाहते हैं कि उन्होंने 15 अगस्त वाले दिन तिरंगा कहां फहराया। कांग्रेस ने जो सवाल पूछे हैं। उनमे ये कहा गया है कि 50 सालों तक आरएसएस मुख्यालय में तिरंगा नहीं फहरता था। क्या उसी परंपरा को मोहन भागवत ने कायम रखा है शायद इसलिए बिना ध्वजारोहण किये सूर्योदय से पहले नागपुर से रायपुर के लिए निकल पड़े ? कैसे राष्ट्रवादी है आरएसएस प्रमुख जो आजादी पर्व में ध्वजारोहण नही किये? राष्ट्रगान नही गाये, भारत माता की जयकारा नही लगाये? ऐसे समय आरएसएस प्रमुख छत्तीसगढ़ बीजेपी में संघियों को कब्जा कराने के होड़ में राष्ट्रीय पर्व को भूल गए ?
संघी और गैर संघी नेताओं के बीच खींची तलवारें-कांग्रेस
कांग्रेस के मुताबिक सत्ता परिवर्तन के बाद छत्तीसगढ़ भाजपा में कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच सिरफुटौव्वल की स्थिति है। भाजपा में बड़े नेताओं की गुटबाजी चरम सीमा पर है ही । अब भाजपा में संघी नेता और गैरसंघी नेताओं के बीच तलवारें खिंची हुई है। जहां एक ओर संघ अपने लोगों को भाजपा में बड़े पद दिलाकर भाजपा में कब्जा कराने जुटा है। वहीं दूसरी ओर गैर संघी कार्यकर्ता और नेता जो सीधे भाजपा से जुड़े हुए वे संगठन में आरएसएस की भूमिका नहीं चाहते और संघ के विचारधारा से परे हटकर छत्तीसगढ़ के हित और सेवा के लिये काम करना चाहते हैं।
कांग्रेस के बड़े आरोप
कांग्रेस के मुताबिक संघ के इशारे पर ही भाजपा नवरत्न कंपनियों का निजीकरण कर रही है। जो आरएसएस राष्ट्रवाद का नारा देते नहीं थकती थी ।उसी के नाक के नीचे सरकारी कंपनियों को बेचा जा रहा है। ऐसे में मोहन भागवत ये बताएं कि सरकारी कंपनियों के बेचे जाने का वो विरोध कब करेंगे।